बुन्देलखण्ड में भाजपा की सुनामी

सभी 19 सीटों पर भाजपा ने फहराई विजयी पताका
दिग्गजों को धूल चटा आम कार्यकर्ता बने विधायक

(रामकिशोर भार्गव)/झांसी। इतिहास में पहली बार समूचा बुन्देलखण्ड केसरिया रंग में रंग गया। अच्छे अच्छे धुरन्धरों को जनादेश ने धूल चाटा दी। आम जनता ने नरेन्द्र मोदी के नोटबन्दी को सर आंखों पर लेकर ऐतिहासिक बदलाव कर समूचे बुन्देलखण्ड को भारतीय जानता पार्टी की झोली में डाल दिया है। विरोधी निरूत्तर हो कर अविश्वसनीय, अकल्पनीय बताने में लग गये, लेकिन आम जनता ने इस बार केसरिया रंग की होली भाजपा की झोली में डाल दी है। बुन्देलखण्ड में 19 सीटों पर भाजपा की विजय गाथा की पार्टी के अलावा न तो कोई कल्पना कर रहा था और न ही कोई इतने बड़े बदलाव की उम्मीद। लेकिन जनता जनार्दन के मन में नोटबंदी से लेकर विश्व का सिरमौर बने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साहसिक कदमों को जगह मिली और जनता ने भरपूर वोट उनकी झोली में इस उम्मीद से डाल दिये कि अब प्रदेश में गुण्डाराज, भ्रष्टाचार के इतर विकास की बात होगी।

अकेले झांसी जनपद की सबसे महत्वपूर्ण जीत झांसी और मऊरानीपुर, गरौठा और बबीना की देखी जा रही है। जिसमें गरौठा और बबीना सीट से समाजवादी पार्टी के दिग्गजों की साख दांव पर थी। गरौठा से वह आम आदमी बड़ी जीत लेकर आया है जो किसानों के साथ धरती पर बैठकर अचार से रोटी खाता था।
भारतीय जनता पार्टी के जवाहर सिंह राजपूत इस सीट पर 32 वर्ष बाद विजय दिला सके हैं। इससे पहले 1967 में जनसंघ से कन्हैयालाल और 1985 में भाजपा के मानवेन्द्र सिंह के बाद जीत हासिल की है। यहां से बाहुबली विधायक माने जाने वाले दीपनारायण सिंह यादव को भाजपा ने 15831 के भारी मतों के अन्तर से हरा कर बहुत बड़ा बदलाव कर दिया है। वहीं दूसरी सबसे महत्वपूर्ण सीट बबीना की रही जो समाजवादी गढ़ के रूप में गिनी जा रही थी, यहां भी राज्यसभा सांसद डा. चन्द्रपाल सिंह यादव की साख दांव पर थी। उन्होंने अपने पुत्र विदेशी शिक्षा प्राप्त यशपाल को लड़ा कर पूरी ताकत झौंक दी थी। लेकिन मोदी की सुनामी में भारतीय जनता पार्टी के राजीव सिंह पारीछा को 16837 के बड़े अन्तर से जिताकर आम कार्यकर्ता को विधायक बना दिया।

वहीं ललितपुर जनपद की दोनों सीटें ललितपुर से भाजपा के मनोहरलाल पन्त और महरौनी से भाजपा के ही रामरतन कुशवाहा भी बड़े अन्तरों से जीत गये। उधर उरई की तीनों सीट माधौगढ़ से मूलचन्द निरंजन, कालपी से नरेन्द्र सिंह जादौन, और उरई खास से गौरीशंकर वर्मा ने जीत दर्ज की।

जनपद बांदा की चारों सीटें बांदा से प्रकाश द्विवेदी, बबेरू से चन्द्रपाल कुशवाहा, नरैनी से राजकरण कबीर और तिंदवारी से ब्रजेश प्रजापति ने धमाकेदार जीत दर्ज की है। हमीरपुर जपनद की दो सीटों राठ में भाजपा की मनीषा अनुरागी और हमीरपुर भाजपा के ही अशोक चन्देल बड़े अन्तर से विजयी रहे। महोबा जिले की दो सीटों में महोबा से राकेश गोस्वामी, चरखारी से ब्रजभूषण सिंह ने जीत दर्ज की दोनों सीटें भाजपा की झोली में जनता ने डाली हैं। वहीं चित्रकूट की दोनों सीटों पर भी भाजपा ने परचम फहराकर इस बार केसरिया रंग की होली खेलने का मौका कार्यकर्ताओं को दे दिया है।

प्रथम चक्र से ही भाजपा रही आगे
झांसी जनपद की चारों बिधानसभाओं पर आज हुयी मतगणना में बैसे तो गरौठा सीट छोड़कर सभी सीटों पर भाजपा ने पहले ही चक्र में बढत बनाकर पीछे मुडकर नहीं देखा। सिर्फ गरौठा की बिधानसभा एैसी रहीं जिसमें शुरू की बढत को सात चक्रों को समाजबादी पार्टी के प्रत्यासी दीपनारायण सिंह ने आठ नौ और दसवे चक्र की गणना में मामूली ही सही बढत बना ली थी लेकिन उसके बाद चले 28 चक्रों तक भारतीय जनता पार्टी ने बढत बनाकर जीत दर्ज की। वहीं झांसी सदर सीट पर तो पहले राउण्ड से आन्त तक बढत बनाये रखी उन्हे छूने बाला कोई भी प्रत्यासी नजर नहीं आया। गणना की गति को देखकर विरोधी प्रत्यासी पहले ही हथियार ड़ालकर मायूसी हालत में वाहर निकल गये। जिनमें सबसे ज्यादा मायूसी बसपा प्रत्यासी सीताराम कुशवाहा में देखने को मिली। उधर बबीना सीट पर मतगणना कक्ष में बैसे तो बसपा प्रत्यासी कृष्णपाल सिंह राजपूत के अलावा कोई नहीं रहा वे भी गणना करने के लिये समाजबादी खेमें में बैठकर मंथन करते रहे। लेकिन निष्कर्स निकले से पहले सभी लोगों ने हाल खाली कर दिया था। उसके बाद विजयी प्रत्यासी राजीव सिंह पारीछा अपना प्रमाण पत्र लेने आये। उधर मऊरानीपुर सीट पर समाजबादी पार्टी की रश्मि आर्या ने भी शुरू के दो राउण्डों में अपना दम दिखाया लेकिन यह दम वेदम होने में ज्यादा समय नहीं लगा और लगातार तीन राउण्डों में पिछडती चलीं गयी। उसके बाद फिर भाजपा आगे रही यहां पर थोडा बहुत अन्तर चलता रहा लेकिन सोलह सत्रह राउण्ड के बाद भाजपा के विहारी लाल ने पीछे मुडकर नहीं देखा और अन्त तक जीत हासिंल कर ही दम ली।

9116 लोगों ने दबाया नोटा
जनपद की सभी चारों विधानसभाओ में 9116 लोगों ने नोटा बटन दबाकर सभी प्रत्यासियों को नकार दिया लेकिन चारों सीटें भाजपा की झोली में चलीं गयी। नोटा का बटन दवाने में भी लोग पीछे नहीं रहे जिनमें सबसे कम झांसी सदर विधानसभा में संख्या रही यहां कुल 953 लोगों ने नोटा दवाया। वहीं सबसे ज्यादा मऊरानीपुर में 3536 लोगों ने नोटा बटन दवाकर सभी उम्मीदवारों को नकारा। उधर गरौठा में भी 2645 लोगों ने इस बटन का उपयोग किया। तो बबीना बिधानसभा में भी 1982 लोग नोटा पर फिदा हुये।

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