रालोद के बिना प्रदेश में नहीं बनेगी किसी भी दल की सरकार-जयंत
*रालोद प्रत्याशी डा. अशोक अग्रवाल के समर्थन में आयोजित सभा में गरजे युवराज
*बजट से हुई लोगों की आशाएं धूमिल
*सपा व बसपा ने दिया अपराधियों को संरक्षण
मथुरा| मथुरा-वृन्दावन विधानसभा से रालोद प्रत्याशी डा. अशोक अग्रवाल के समर्थन में आयोजित सभा में रालोद के राष्ट्रीय महासचिव व पूर्व सांसद जयंत चौधरी ने कहा कि हमारे बिना किसी भी दल की सरकार नहीं बनेगी। सपा और बसपा दोनों ने ही अपराधियों को सरंक्षण दिया है। वहीं भाजपा के बजट से लोगों की आशायें धूमिल हो गई हैं।
राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय महासचिव व पूर्व सांसद जयंत चौधरी ने कहा कि मोदी सरकार द्वारा पेश किये गये बजट से लोगों की आशाएं धूमिल हुई हैं। लोगों को आशा थी कि अच्छे दिनों का नारा देने वालों का बजट कुछ गरीब, मजदूर, किसानों के लिए होगा लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ। पहले भाजपा ने नोटबंदी की। अब गरीब विरोधी बजट पेश कर गरीब, मजदूरों व किसानों पर दोहरी चोट दी है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति बहुत खराब है। अपराधियों का बोलबाला है। उन्होंने सपा-बसपा पर प्रहार करते हुए कहा कि दोनों ही पार्टियां अपराधियों को संरक्षण देती हैं। जो बसपा ने किया उसी राह पर सपा भी चली है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी विभागों के कार्यालयों में लूट मची हुई है। बिना रिश्वत दिये कोई काम आगे नहीं बढ़ता है। उन्होंने लोगों से अपील की कि हमारे प्रत्याशियों को जिताकर पार्टी को मजबूत करिए। उन्होंने कहा प्रदेश में हमारी सरकार बनती है तो वह सौ दिन के अंदर सभी रिक्त पदों को भरकर नौजवानों को रोजगार देगें।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में हमारे बिना किसी भी दल की सरकार नहीं बनेगी। रालोद नेता व पूर्व संासद ने कहा कि किसान, गरीब व मजदूर वर्ग के लोगों की सच्ची हितैषी राष्ट्रीय लोकदल ही है। अन्य दलों के नेता बात तो इन वर्गो की करते है लेकिन इनके हित में कोई ठोस कदम नही उठा रहे है। उन्होंने कहा कि रालोद प्रत्याशी अन्य सभी लोगों के अपने परखे हुए है। उन्हें जिताकर आप सभी चौधरी अजीत सिंह के हाथ मजबूत करें ताकि हम आपके हकों की लड़ाई लड़ सकें। इससे पूर्व नारेबाजी के बीच जयंत चौधरी का माल्यार्पण कर जोरदार स्वागत किया गया। सभा में मथुरा-वृन्दावन विधानसभा से रालोद प्रत्याशी डा. अशोक अग्रवाल, रालोद जिलाध्यक्ष रामवीर भरंगर, मुरारी अग्रवाल, रालोद नेता राजेन्द्र सिंह सिकरवार, अनूप चौधरी, रविन्द्र नरवार, प्रताप चौधरी, धर्म सिंह चौधरी, रामरसपाल पौनियां, श्याम चतुर्वेदी, नरेन्द्र सिंह एडवोकेट, डा. यूनुस कुरैशी, पीयूष धनगर, विश्वेन्द्र चौधरी आदि लोग प्रमुख रूप से शामिल थे।