अमृत योजना के प्रजेंटेशन में सत्ता पक्ष व विपक्षी पार्षदों का हंगामा

डीपीआर में देरी को लेकर रोका भुगतान
ग्वालियर| अमृत योजना के तहत सीवर एवं पेयजल के जल्द शुरू होने वाले कार्यो को लेकर तैयार डीपीआर और प्रजेंटेशन के दौरान सोमवार को बालभवन में सत्ताधारी भाजपा व विपक्षी पार्षदों ने जमकर हंगामा किया। उन्होंने डीपीआर को घर बैठे तैयार करने का आरोप लगाया है। पार्षदों ने कहा कि कंपनी के सदस्यों ने घर बैठे ही पूरी रिपोर्ट तैयार कर ली है, और हमें यहां मूर्ख बनाया जा रहा है। पार्षदों ने कहा कि कंपनी ने सब इंजीनियरों से नक्शा लेकर गूगल से नक्शा बना लिया है। जो पूरी तरह गलत है। दोपहर दो बजे से आयोजित इस प्रजेंटेशन में नेता प्रतिपक्ष कृष्णराव दीक्षित व भाजपा पार्षद बलबीर सिंह तोमर सहित अन्य पार्षद मौजूद थे, जैसे ही कंपनी ने प्रजेंटेशन दिखाना शुरू किया तो पार्षदों ने एक स्वर में कहा कि कंपनी ने ऐसी कोई तैयारी नहीं की है, जिससे हम संतुष्ट हो सके। इस प्रजेंटेशन में सबसे बड़ी बात यह रही है कि इस प्रजेंटेशन को देखने के लिए गिनती के पार्षदों ने ही अपनी रूचि दिखाई है।
पार्षदों ने कहा अप्रशिक्षित लोग कर रहे हैं कार्य
प्रजेंटेशन के दौरान कई पार्षदों ने जब पूछा कि यह किस क्षेत्र की गली है, तो कंपनी के सदस्य यह नहीं बता पाए कि यह कहां की गली है। पार्षदों ने कहा कि कंपनी अभी तक डीपीआर फाइनल नहीं कर पाई है। जबकि इस योजना को 2015 में ही शुरू करना था। लेकिन अभी तक इस योजना की डीपीआर ही फाइनल नहीं हो पाई है।
कंपनी ने जमीन स्तर पर नहीं किया सर्वे
प्रजेंटेशन के दौरान पार्षदों ने कंपनी के सदस्यों से कहा कि आप लोगों ने जमीन स्तर पर कोई सर्वे नहीं किया है। आप लोग हमें सिर्फ गूगल के आधार पर ही प्रजेंटेशन दिखा रहे है।
इनका कहना है
‘‘कंपनी ने जो डीपीआर बनाई है वह धरातल पर नहीं है। डीपीआर को गली मोहल्लों के हिसाब से तैयार करना चाहिए। लेकिन कंपनी ने घर बैठे ही डीपीआर तैयार कर ली है। जो पूरी तरह गलत है।’’
कृष्णराव दीक्षित, नेता प्रतिपक्ष
‘‘प्रधानमंत्री की इस योजना की जमकर धज्जियां उड़ाई जा रही है। इस योजना को 2015 में ही शुरू होना था, लेकिन अभी तक डीपीआर ही तैयार नहीं हुई है। कंपनी में अप्रशिक्षित लोग कार्य कर रहे हंै जिन्हें कुछ भी ज्ञान नहीं है।’’
पार्षद बलबीर सिंह तोमर
