पहचान छिपा कर रह रहा विदेशी नागरिक भेजा जेल

मथुरा। फर्जी दस्तावेजों के माध्यम से रिफाइनरी नगर के निकट डेरा जमाने वाले विदेशी नागरिक को पुलिस ने धोखाधड़ी के आरोप में न्यायालय में पेश किया जहां से उसे जेल भेज दिया गया है। इसके बाद हरकत में आयी पुलिस व खुफिया तंत्र इस तरह रह रहे अन्य लोगों को चिन्हित करने में जुट गये हैं।
ज्ञात रहे कि गत मंगलवार की शाम को खुफिया विभाग की टीम ने थाना सदर बाजार क्षेत्र स्थित औरंगाबाद की कुआं वाली गली मे रह रहे म्यांमार के रहने वाले एक विदेशी को दबोचा था। म्यांमार के रंगून के रहने वाले सादिक हुसैन पुत्र मौहम्मद हाफिज अपने पूरे परिवार के साथ खुद का घर बनाकर पिछले 12 सालों से पुलिस की आंखों मे धूल झोंक कर रह रहा था और उसने अपनी बहनों की शादी भी मथुरा मे ही कर दी थी। इसके बाद उसने भारतीय नागरिता के लिए फर्जी आधार कार्ड, पासपोर्ट, बैंक पास बुक, राशन कार्ड बनवाने के बाद उसने वोटर लिस्ट तक मे अपना नाम चढ़वा लिया था। पुलिस की पकड़ मे आने के बाद जब म्यांमार के रहने वाले इस शातिर से फर्जी दस्तावेज बरामद हुए तो आर्मी इंटेलिजेंस के कान भी खड़े हो गए।
आर्मी इंटेलिजेंस के अधिकारियों ने कई दौर मे म्यांमार के रहने वाले सादिक हुसैन से पूछताछ की और बरामद दस्तावेजों की जांच की। पुलिस की पकड़ मे आया शातिर सादिक हुसैन भारत मे मौहम्मद सादिक की पहचान बनाकर रह रहा था। इसके अलावा इसी प्रकार रिफाइनरी क्षेत्र, यमुनापार क्षेत्र और हाइवे क्षेत्र के साथ ही मथुरा जैसे संवेदनशील जिले मे विभिन्न स्थानों पर बांग्लादेश और म्यांमार के अलावा अन्य देशों के नागरिक भी यहां रह रहे है। अब पुलिस ऐसे सभी लोगों से पूछताछ करने के साथ ही उनके दस्तावेज की गहनता से जांच करने मे लग गया है।
जिले की पुलिस और खुफिया तंत्र की आंखों में धूल झौंककर पिछले एक दशक से यहां फर्जी दस्तावेज बनवाकर रह रहे सादिक का मामला सामने आने के बाद चेते आला अफसरों ने शरणार्थियो को चिन्हित करने का फरमान जारी किया है जिससे उसकी नाकामी पर पर्दा डल सके।
इस संबध मे एसपी सिटी अशोक कुमार सिंह ने बताया कि खुफिया विभाग के साथ ही थानों की पुलिस को निर्देश दिए गए है कि वह अपने-अपने क्षेत्रों मे रह रहे बांग्लादेश और म्यांमार के नागरिकों के साथ ही अन्य देशों के शरणार्थियों को चिन्हित करके लेखा जोखा तैयार करेगी।