पं. दीनदयाल उपाध्याय पर केन्द्रित स्वदेश के भावभूमि ग्रंथ का विमोचन

पं. दीनदयाल उपाध्याय पर केन्द्रित स्वदेश के भावभूमि ग्रंथ का विमोचन
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भोपाल, ब्यूरो। भारतीय राजनीति के मनीषी पं. दीनदयाल उपाध्याय के यशस्वी जीवन पर केन्द्रित ग्रंथ भावभूमि का विमोचन शनिवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प.पू. सरसंघचालक डॉ. मोहनराव भागवत जी ने किया। ग्रंथ का प्रकाशन स्वदेश प्रकाशन समूह ग्वालियर ने किया है।

इस अवसर पर प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान भी उपस्थित थे। पं. दीनदयाल उपाध्याय की जन्मशती वर्ष में स्वदेश प्रकाशन की यह एक भावांजलि है। विमोचन समारोह में स्वदेश के संचालक दीपक सचेती, समूह संपादक अतुल तारे, स्थानीय संपादक सुबोध अग्निहोत्री एवं स्थानीय प्रतिनिधि भोपाल रघुवीर तिवारी भी उपस्थित थे। उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय विचारों एवं देश के मनीषियों पर ग्रंथ प्रकाशन की स्वदेश की एक विशिष्ठ परंपरा रही है। यह ग्रंथ उसी परंपरा का एक और पुष्प है।


पुस्तक परिचय


राष्ट्रीय मनीषी पं. दीनदयाल उपाध्याय के जन्मशती वर्ष में स्वदेश का भावभूमि ग्रंथ एक विनम्र भावांजलि है। आज एकात्म मानव दर्शन वैश्विक विमर्श का केन्द्र है। ग्वालियर एकात्म मानव दर्शन की भावभूमि है। भावभूमि ग्रंथ 07 खण्डों में विभाजित है। ग्रंथ में पं. दीनदयाल उपाध्याय के प्रेरक जीवन पर एक स्मृति स्मरण है, वहीं उनके दर्शन को विमर्श के आयाम में समाहित भी किया गया है। ग्रंथ में दीनदयालजी के अपने मौलिक विचार धरोहर खण्ड में हैं, वहीं कृति दर्शन में एकात्म मानवदर्शन की अद्भुत प्रयोगशालाओं की झलक है। आकर्षक साज सज्जा एवं दुर्लभ छाया चित्रों के साथ यह ग्रंथ आकादमिक दृष्टि से भी बेहद उपयोगी एवं पठनीय है।

* इस पुस्तक को आप स्वदेश कार्यालय से खरीद सकते हैं या बुक भारती की वेबसाइट से ऑनलाइन भी खरीद सकते है ।

लिंक : भावभूमि - एकात्म मानव दर्शन

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