आपको मरीज की बीमारी पता नहीं है, फिर आप क्या उपचार कर रहे हो

चिकित्सकों को लगाई फटकार कहा, मुझे देर रात मरीजों की सूची चाहिए,अधिष्ठाता ने ट्रॉमा सेन्टर का देर रात किया औचक निरीक्षण ।
ग्वालियर । आप यहां क्या देख रहे हैं। आपको मरीज की बीमारी तक पता नहीं है। फिर आप मरीज को किस मर्ज की दवा दे रहे हैं। आप इस मरीज को तत्काल शिफ्ट करें। यह फटकार गजराराजा चिकित्सा महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ. एस.एन. अयंगर ने जूनियर चिकित्सक डॉ. साकिब को ट्रॉमा सेन्टर के औचक निरीक्षण के दौरान लगाई।
डॉ. अयंगर गुरुवार को रात करीब 8.30 बजे सहायक अधीक्षक डॉ. जितेन्द्र नरवरिया और डॉ. आदित्य तिवारी के साथ निरीक्षण करने पहुंचे। इस दौरान उन्होंने जब डॉ. साकिब से ट्रॉमा सेंटर में भर्ती न्यूरो के मरीज बामौर निवासी राजू गोयल की जानकारी मांगी तो जूनियर चिकित्सक ने बताया कि मरीज 18 दिसम्बर को भर्ती हुआ था। उन्होंने जब डॉ. साकिब से मरीज की बीमारी पूछी तो वह नहीं बता सके। इस पर उन्होंने संबंधित चिकित्सक को जमकर फटकार लगाते हुए कहा कि आपको जब मरीज की बीमारी ही नहीं पता है तो आप कैसे उपचार दे रहे हो। इतना ही नहीं, डॉ. अयंगर मरीज की सीटी स्कैन उठाकर बीमारी पूछने लगे तो चिकित्सक ने कहा कि मरीज को आॅर्थोपेडिक के चिकित्सकों को भी दिखाना है। इसके लिए कॉल भेज दिया गया है। इस पर डॉ. अयंगर ने कहा कि आप आॅर्थोपेडिक के चक्कर में मरीज को इतने दिनों से यहां भर्ती किए हो। मुझे नहीं पता आप मरीज को जल्द से जल्द विभाग में शिफ्ट करें।
इसी तरह ट्रॉमा सेंटर में मौजूद एक अन्य जूनियर चिकित्सक डॉ. शैलेन्द्र चौहान से जब डॉ. अयंगर ने वार्ड में भर्ती आॅर्थोपेडिक के मरीजों की संख्या पूछी तो वह नहीं बता सके। इस पर उन्होंने फटकार लगाते हुए कहा कि आपको यही नहीं पता कि किस मरीज को क्या हुआ है। अगर मरीज को रात में कुछ होता है तो आप क्या उपचार दोगे। आपको तो मरीज की बीमारी ही पता नहीं है। आपको यहां का सिस्टम पता है कि नहीं। मैं बता रहा हूं, मैं कार्रवाई कर दूंगा। ट्रॉमा सेन्टर में 48 घण्टे से अधिक किसी मरीज को नहीं रखा जाता है और यहां तो चार-चार दिन के मरीज भर्ती हैं। तुम लोगों के कारण ही यहां की व्यवस्थाएं बिगड़ती हैं। यहां मरीज जमीन पर पड़ा है। मुझे कुछ नहीं पता, मुझे देर रात ऐसे सभी मरीजों की सूची तैयार करके दीजिए, जो दो दिन या इससे अधिक समय से भर्ती हैं।
डॉ. अयंगर ने निरीक्षण की शुरूआत कैजुअल्टी से की, जहां गेट पर एम्बूलेंस में एक मरीज था और हेल्प डेस्क पर मौजूद स्टाफ बातों में व्यस्त था। इस पर उन्होंने डेस्क के स्टाफ को भी चेतावनी दी कि मरीज को स्टेÑचर उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी आपकी है और आप लोग यहां बैठकर बातें कर रहे हैं। इसी तरह निरीक्षण के दौरान कैजुअल्टी में सर्जरी के आरएमओ अनुपस्थित मिले, साथ ही ट्रॉमा सेंटर में ड्यूटी पर मौजूद डॉ. प्रशांत, डॉ. सी.पी. यादव, डॉ. मेघा एवं डॉ. साकिब बिना एप्रिन और नेम प्लेट के मौजूद थे, जिन पर कार्रवाई करने के लिए डॉ. अयंगर ने सभी के नाम डॉ. नरवरिया को लिखाए।
बिलखते हुए मरीज बोला, सर सुबह से भूंखा हूं, अब इन्दौर जाने की कह रहे हैं
निरीक्षण के दौरान ट्रॉमा सेंटर में भर्ती दतिया निवासी विजय चौहान डॉ. अयंगर के पास पहुंचा और बिलखते हुए कहने लगा कि सर एक्सीडेंट होने के कारण मैं यहां 11 दिसम्बर को उपचार के लिए भर्ती हुआ था। डॉ. आशीष महेश्वरी ने मुझसे आॅपरेशन की बात कही थी, इसलिए मैं आज सुबह से खाली पेट ही लेटा हूं और अब डॉ. महेश्वरी कह रहे हैं कि हमारे पास सामान नहीं है। आप इन्दौर चले जाओ। मरीज ने यह भी बताया कि उसके पास दीनदयाल कार्ड होने के बाद भी बाहर से दवाएं मंगाई गर्इं। इस पर डॉ. अयंगर ने तत्काल डेन्टल के डॉ. महेश्वरी को फोन करके बुलाया और पूछा कि मरीज को आप बिना वजह क्यों रैफर कर रहे हैं। इस पर डॉ. महेश्वरी ने कहा कि सर सामान नहीं है, इसलिए उसे इन्दौर जाने के लिए कहा था। इस पर डॉ. अयंगर ने फटकार लगाते हुए कहा कि आपने कभी लिखकर दिया कि सामान नहीं है? इस पर डॉ. महेश्वरी ने तर्क देते हुए कहा कि सर ओटी खाली नहीं मिली। इस पर डॉ. अयंगर ने डॉ. महेश्वरी की क्लास लेते हुए कहा कि आपकी बहानेबाजी नहीं चलेगी। आपने मरीज को रैफर करने से पहले अपने सीनियर चिकित्सक से कन्सल्ट किया कि नहीं। कल की तारीख में मरीज का आॅपरेशन हो जाना चाहिए, नहीं तो मैं सख्त कार्रवाई करूंगा।
मरीज गंभीर है, आपने देखा तक नहीं, आॅक्सीजन लगाओ
ट्रॉमा सेंटर में नई सड़क निवासी स्वेता कुमारी छत से गिरने के कारण भर्ती थी। निरीक्षण के दौरान डॉ. अयंगर ने अपने मोबाइल की टॉर्च चालू करके स्वेता का परीक्षण किया और गुुस्से में जूनियर चिकित्सक से कहा कि अपको नहीं पता मरीज कितनी गंभीर हालत में है। आपने अभी तक इसे आॅक्सीजन तक नहीं लगाई है। मरीज को तत्काल उपचार दें, नहीं तो उसकी स्थिति और खराब हो जाएगी।
इन्हें भी लगाई फटकार
* टॉमा सेंटर में अधिक भीड़ होने पर सुरक्षाकर्मी सुनील और प्रदीप को हटाने के साथ ही बी.व्ही.जी. को नोटिस जारी करने के दिए निर्देश।
* वार्डवॉय को नोटिस जारी करने के निर्देश दिए।