बिना ‘मेहरम’ हज पर जाने के लिए महिलाओं ने बड़े पैमाने पर किया आवेदन

बिना ‘मेहरम’ हज पर जाने के लिए महिलाओं ने बड़े पैमाने पर किया आवेदन
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नई दिल्ली। केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा है कि केंद्र की मोदी सरकार द्वारा मुस्लिम महिलाओं को बिना ‘मेहरम’ (पुरुष रिश्तेदार) के हज पर जाने से लगी रोक हटाए जाने के बाद उत्साहवर्धक नतीजे सामने आए हैं| देशभर से बड़ी संख्या में मुस्लिम महिलाओं ने बिना ‘मेहरम’ के हज पर जाने के लिए आवेदन दिया है। उन्होंने बताया कि 45 वर्ष से अधिक आयु वाली महिलाएं, जो हज के लिए जाना चाहती हैं लेकिन जिनके साथ जाने के लिए कोई ‘मेहरम’ नहीं है उन्हें इस वर्ष से 4 अथवा अधिक के समूह में हज पर बिना किसी पुरुष रिश्तेदार के जाने की अनुमति दी गई है।

नकवी ने यहां गुरुवार को निजी टूर ऑपरेटर्स के लिए पोर्टल की शुरुआत करते हुए कहा कि मुस्लिम महिलाओं को बिना ‘मेहरम’ के हज पर जाने पर रोक हटाए जाने का देशभर में स्वागत हुआ है। यह केंद्र की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार द्वारा महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम है। नकवी ने कहा कि 15 नवम्बर को हज 2018 आवेदन की प्रक्रिया शुरू किये जाने के बाद से देशभर से अभी तक (13 दिसंबर) तक एक हजार से ज्यादा महिलाओं ने बिना ‘मेहरम’ के हज पर जाने के लिए आवेदन किया है।

केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री ने कहा कि अभी तक 2 लाख 63 हजार से ज्यादा लोगों ने हज के लिए आवेदन किया है जिसमे लगभग 1 लाख 38 हजार आवेदन ऑनलाइन हुए हैं । इससे अल्पसंख्यक मंत्रालय द्वारा संपूर्ण हज प्रक्रिया को डिजिटल बनाने के इरादे को बल मिला है। इसके अलावा मोबाइल ऐप से भी हज के लिए आवेदन किया जा रहा है। हज आवेदन की अंतिम तिथि बढ़ा कर 22 दिसंबर कर दी गई है। 2017 में भारत का हज कोटा सऊदी अरब सरकार ने बढ़ा कर 1 लाख 70 हजार 25 कर दिया था।

नकवी ने कहा कि भारतीय हज समिति तथा निजी टूर ऑपरेटर्स के बीच कोटे का वितरण पिछले वर्ष के दौरान की तरह रखा गया है। मंत्री ने कहा कि अल्पसंख्यक मंत्रालय द्वारा प्राइवेट टूर ऑपरेटर्स के लिए पहली बार पोर्टल लॉन्च किया गया है जिससे प्राइवेट टूर ऑपरेटर्स की समस्त कार्यप्रणाली पूरी तरह से पारदर्शी हो जाएगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'डिजिटल इंडिया' कार्यक्रम को आगे बढ़ाने के लिए पीटीओ के लिए पोर्टल विकसित किया गया है। इस पोर्टल का उद्देश्य पीटीओ और हज यात्रियों के मुद्दों का समाधान करना है।

इस पोर्टल के माध्यम से पीटीओ अपेक्षित दस्तावेजों के साथ ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। इन आवेदनों की अल्पसंख्यक मंत्रालय के हज डिवीज़न द्वारा आवश्यक जाँच-पड़ताल से बाद लॉट्स का ड्रा ऑनलाइन निकाला जायेगा और कोटा आवंटित किया जाएगा। इस पोर्टल का उद्देश्य देशभर में पीटीओ द्वारा पेश की गई दरों, पैकेजों और सुविधाओं का विवरण देना भी है जिससे हाजियों के पास न केवल अपने क्षेत्र से बल्कि भारत में कहीं से भी अपनी पसंद का पीटीओ चुनने का विकल्प होगा। हज 2018 के लिए पीटीओ से आवेदन ऑनलाइन के साथ-साथ हस्तलिखित आवेदन भी आमंत्रित करने का निर्णय लिया गया है।

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