पैराडाइज पेपर्स: संयुक्त जांच दल करेगा मामले की जांच - सीबीडीटी

नई दिल्ली। नोटबंदी की वर्षगांठ से ठीक दो दिन पहले कालेधन के मामले में 'पैराडाइज पेपर्स' के खुलासे ने विश्व के राजनीतिक हल्के में हलचल मचा दी है। केंद्र सरकार ने मामले में तत्परता दिखाते हुए संयुक्त जांच दल का गठन करने के निर्देश जारी किए हैं। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) के अनुसार, सीबीडीटी अध्यक्ष इस जांच दल का नेतृत्व करेंगे। इसमें सीबीडीटी के अलावा प्रवर्तन निदेशालय (ईडी), रिजर्व बैंक ऑफ़ इण्डिया (आरबीआई) और वित्तीय आसूचना एकक (एफआईयू) के अधिकारी शामिल होंगे।
वहीं भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) भी सोमवार को पैराडाइज पेपर्स से हुए खुलासे पर अब कार्रवाई करने का मन बना चुकी है। सेबी से जुड़े एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सेबी विभिन्न सूचीबद्ध कंपनियों और उनके प्रवर्तकों द्वारा कोष की कथित हेराफेरी और कंपनी संचालन में खामी की जांच करेगा। उल्लेखनीय है कि नोटबंदी की पहली वर्षगांठ को कालाधन दिवस के तौर पर मनाए जाने से ठीक पहले कालेधन को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है।
यह खुलासा जर्मनी के जीटॉयचे साइटुंग नामक उसी अखबार ने किया है जिसने 18 महीने पहले पनामा पेपर्स का खुलासा किया था। 96 मीडिया संगठन के साथ मिलकर इंटरनेशनल कॉन्सोर्टियम ऑफ इंवेस्टिगेटिव जर्नलिस्ट्स (आईसीआईजे) ने 'पैराडाइज पेपर्स' नामक दस्तावेजों की छानबीन की है। इसमें देश के कई दिग्गज राजनेता, व्यापारी और बॉलीवुड अभिनेता शामिल हैं। गौरतलब है की सोमवार को एक निजी अंग्रेजी दैनिक ने इसका देश में खुलासा किया। है। 'पैराडाइज पेपर्स' में 1.34 करोड़ दस्तावेज शामिल हैं। इस खुलासे के जरिये उन फर्मों और फर्जी कंपनियों के बारे में बताया गया है जो दुनियाभर में कद्दावर लोगों का पैसा विदेशों में भेजने में उनकी मदद करते हैं।