आखिर बेटा क्यों नहीं निभा रहा जिम्मेदारी?

आखिर बेटा क्यों नहीं निभा रहा जिम्मेदारी?
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ग्वालियर/ विशेष प्रतिनिधि। किसी जमाने में सोना चांदी बेचने के गुर अपने पिता से सीखने वाले बेटे को क्या हो गया कि वह बुरे समय में पिता का साथ नहीं दे रहा। जबकि एक प्रसिद्ध कंपनी का बड़ा शोरूम इनके पास है। इस शोरूम पर ग्राहकों की लाइन लगी हुई है,वहीं बेचारे पिता देनदारों से नजरें बचाते फिर रहे हैं। संकट में आखिर इस स्थिति के लिए भले ही कोई जिम्मेदार हो लेकिन बाप-बेटे कब तक देनदारों से बच पाएंगे।

सराफा कारोबार में इस परिवार की फर्म सौ साल से अधिक पुरानी है। एक समय में सेठजी ग्राहकों को उधारी पर माल बेचते थे,जिसमें बड़ी संख्या में महिलाएं भी होती थीं,जो धोती के पल्ल ूअथवा रूमाल में पैसे रखकर उन्हें देकर कर्जा चुकाती थीं। यही सब बेटा भी देखता था,इस दुकान ने बड़ी तरक्की की तो बाप ने बेटे को सहारा देकर आगे बढाया। शोरूम दिलाया खूब सम्पत्ति बनबाई, लेकिन अब जब बेटा भरापूरा है, तो पिता का साथ क्यों नहीं दे रहा। इसे लेकर शहर के व्यापारी जगत में तरह-तरह की चर्चाएं हैं। क्योंकि बाप बेटे आज भी एक ही छत के नीचे रह रहे हैं,धन तेरस पर इन दोनों ने एक साथ बैठकर शोरूम पर पूजा अर्चना की। ऐसे में दोनों के अलग होने की बात लोगों को पच नहीं रही। बेटा बस एक ही रट लगाए है कि उसने लोगों को टोका था कि वह पिता को पैसे न दें।

चेक बाउंस होना शुरू

उधारी चुकाने के नाम पर कालापीला करने वाले सेठजी ने देनदारों को जो चैक थमाए थे,म्याद पूरी होने पर जब सेठजी पैसा नहीं दे रहे ,तब कई लोगों ने यह चैक बैंक में लगाए हैं,जो कि विभिन्न कारणों से बाउंस होकर वापस आने लगे हैं। देनदार कानूनी सलाह लेकर सेठजी और उन लोगों को कानूनी नोटिस भेजेंगे जिनके नाम वह चैक थे। ऐसे में अब सेठजी का ज्यादातर समय धंधे की बजाय कानूनी उलझनें निपटाने में लगेगा। ऐसे में कौन उनके साथ खड़ा होगा और कौन मुंह छिपाएगा यह भी सामने आ जाएगा।

ऐसे तो स्थिति बिगड़ेगी:गुप्ता

उधार लेकर पैसा वापस न करने पर व्यापार और व्यवहार दोनों की स्थिति बिगड़ेगी। यह कहना है चेम्बर के पूर्व संयुक्त अध्यक्ष एवं हुण्डी कमेटी के संयोजक हेमंत गुप्ता का। उनका कहना है जिसने अपनी दमदारी पर पैसा उठाया उसे सामने वाले को पूरा पैसा चुकाना चाहिए। नहीें तो इस कारोबार से विश्वास उठ जाएगा।

धुंध हटाने चुकाएं पैसा:अग्रवाल

म.प्र. चेम्बर आॅफ कॉमर्स के पूर्व कोषाध्यक्ष एवं लोहिया बाजार के जाने माने व्यवसायी रामनिवास अग्रवाल का कहना है कि पैसा लेकर मुंह छिपाना सही नहीं है,जिसने पैसा लिया है उसे अपनी छवि सुधारने धुंध हटाकर पैसा वापस करना चाहिए। इसके लिए वह समय सीमा तय करें। नहीं तो ऐसे लोगों की छीछालेदर होती रहेगी।

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