इन कंपनियों को पतंजलि ने छोड़ा पीछे

इन कंपनियों को  पतंजलि ने छोड़ा पीछे
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मुंबई। स्वदेशी का प्रचार-प्रसार कर पिछले कुछ सालों में 10 हजार करोड़ रुपये के कारोबार वाली कंपनी खड़ी करने पतंजलि आयुर्वेद ने मीडिया के प्रचार-प्रसार पर खर्च के मामले में कई बहुराष्ट्रीय कंपनियों को पीछे छोड़ दिया है। इसमें कोकाकोला, पेप्सिको और कोलगेट जैसी कंपनियां शामिल हैं।

ब्रोकरेज हाउस निर्मल बंग सिक्युरिटी की एक रिपोर्ट के मुताबिक इस पतंजलि आयुर्वेद के संस्थापक भारतीय बाबा राम देव ने पिछले कुछ समय में बहुत ही तेजी से स्वदेशी के नाम पर इस कंपनी के जरिए स्थापित होने में सफलता हासिल की है और साथ ही मीडिया में अपने उत्पादों के प्रचार-प्रसार पर खर्च करने में काफी आक्रामक रवैया अपनाया है। इस ब्रोकरेज हाउस के मुताबिक भारत में समग्र सेक्टर में खर्च होने वाले मीडिया प्रचार के मामले में पतंजलि 15 वें क्रम पर है, जबकि एफएमसीजी सेक्टर में यह सातवें क्रम पर है।

रिपोर्ट के अनुसार हिंदुस्थान यूनिलीवर 2015 और 2016 में मीडिया पर खर्च के मामले में पहले क्रम पर था, जिसने 2,500-2,800 करोड़ रुपये खर्च किया है। जबकि प्रोक्टर एंड गैंबल 650-750 करोड़ रुपये के साथ तीसरे क्रम पर उपरोक्त अवधि में रहा है। 2015 में 500-600 करोड़ खर्च के साथ रैकिट 10 वें क्रम पर था, लेकिन 2016 में यह चौथे क्रम पर आ गया था। आईटीसी 2015 में 450 करोड़ के साथ 8 वें क्रम पर था तो 2016 में सातवें क्रम पर आ गया था। गोदरेज कंज्यूमर ने जहां 400 करोड़ रुपये खर्च कर 2016 में दसवां स्थान हासिल किया तो पतंजलि ने भी इसी के करीब 400 करोड़ रुपये खर्च कर 15 वां स्थान हासिल किया है।

ब्रोकरेज हाउस के मुताबिक जीएसके ने 300-400 करोड़ रुपये खर्च 2016 में 16 वां स्थान हासिल किया तो कोलगेट 2560 करोड़ रुपये के साथ 19 वें स्थान पर रहा। मैरिको 20 वें स्थान पर तो इमामी 21 वें स्थान पर रहा है। कोकाकोला का 2016 में जहां 23 वां स्थान रहा है तो नेस्ले इंडिया का 27 वां, डाबर इंडिया का 28 वां, पेप्सिको का 34 वां स्थान रहा है। हालांकि यह कंपनियां 2015 की तुलना में 2016 में कम खर्च की हैं, जिससे इनकी रैंकिंग गिर गई है। 100 करोड़ रुपये खर्च कर ब्रिटानिया 2016 में 45 वें क्रम पर रहा है, जबकि 2015 में यह 48 वां स्थान पर रहा है।

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