Home > Archived > राजपूत हितकारिणी सभा के चुनाव में दद्दू हारे, संत 150 मतों से विजयी

राजपूत हितकारिणी सभा के चुनाव में दद्दू हारे, संत 150 मतों से विजयी

राजपूत हितकारिणी सभा के चुनाव में दद्दू हारे, संत 150 मतों से विजयी
X


ग्वालियर, न.सं.। क्षत्रिय समाज की प्रदेश स्तरीय संस्था राजपूत हितकारिणी सभा में अध्यक्ष पद के लिए हुए चुनाव में संत कृपाल सिंह ने धीर सिंह तोमर ‘दद्दू’ को 150 मतों के बड़े अंतर से हराकर विजय प्राप्त कर ली। प्रतिष्ठा के इस चुनाव में संत समर्थक क्षत्रिय समाज के हितों की जीत बता रहे हैं। वहीं पराजित प्रत्याशी श्री तोमर के समर्थक इसे संस्था में परिवारवाद की जीत बता रहे हैं।

राजपूत हितकारिणी सभा के अध्यक्ष पद के लिए चुनाव शनिवार 14 अक्टूबर को राजपूत छात्रावास में सुबह ठीक 8 बजे से भारी पुलिस बल की उपस्थिति में एवं कड़े सुरक्षा प्रबंधों के बीच आरंभ हुआ। शुरूआत में मतदान तेजी से शुरू हुआ लेकिन 11 बजे के बाद मतदान धीमा हो गया। मतदान के निर्धारित समय मध्यान्ह 3 बजे तक कुल 369 वोट डाले गए। मतदान का समय समाप्त होते ही मध्यान्ह शाम 3 बजे से मतगणना आरंभ हुई तथा सहायक पंजीयक फर्म एवं संस्थाएं बी.डी.कुबेर ने शाम करीब 4.15 बजे चुनाव परिणाम घोषित कर दिया। सहायक पंजीयक श्री कुबेर द्वारा दोनों प्रत्याशियों के मतगणना में मौजूद प्रतिनिधियों को चुनाव संबंधी सीट सौंपी। जिसमें कुल मतों, निरस्त मतों सहित दोनों प्रत्याशियों को मिले वोटों का विवरण मौजूद था।

मतदाताओं को रिझाते रहे समर्थक

राजपूत हितकारिणी सभा के चुनाव के दौरान दोनों ही प्रत्याशियों के समर्थक मतदान स्थल से 100 मीटर की दूरी पर मराठा बोर्डिंग के सामने खड़े होकर मतदान के लिए आने वाले प्रत्याशियों को अपने-अपने प्रत्याशियों के समर्थन में वोट डालने के लिए रिझाते दिखे। धीर सिंह तोमर और उनके समर्थकों प्रेमसिंह भदौरिया, शिववीर सिंह भदौरिया, नरेन्द्र धाकरे आदि ने मतदाताओं से वोट मांगे। वहीं संत कृपाल सिंह दोपहर में सिर्फ मतदान करने पहुंचे । उनके समर्थकों जागेश्वर सिंह भदौरिया, भरत भदौरिया आदि ने मतदाताओं से संत कृपाल सिंह के समर्थन में मतदान का अनुरोध किया।

समाज के विश्वास की जीत: संत

मेरी जीत न केवल क्षत्रिय समाज बल्कि सम्पूर्ण समाज के विश्वास और श्रद्धा की जीत है। सभी समाजों से मेरे पास बधाई के संदेश आ रहे हैं। मेरी जीत समाज के सभी लोगों के प्रयासों से हुई है। जीत और हार तो लगी रहती हैं। मुझे ईश्वर पर विश्वास था और उन्हें जीत के लिए खुद पर विश्वास था। हमारे कार्यकाल में राजपूत हितकारिणी सभा के माध्यम से क्षत्रिय समाज के हित में काम हुए हैं। विकास और विश्वास का यह क्रम निरंतर जारी रहेगा।

समाज ने जिताया, संत के परिवार ने हराया: तोमर

राजपूत हितकारिणी सभा के अध्यक्ष पद पर पराजित हुए धीर सिंह तोमर ने कहा कि इस मतदान में समाज ने उन्हें पूरा सहयोग कर जिता दिया है। वोटों की हार का कारण संत कृपाल सिंह द्वारा तैयार की गई फर्जी सूची थी, जिसमें उनका परिवार और रिश्तेदार भरे थे। श्री तोमर ने कहा कि पहली बार हुए संस्था के चुनाव ने संत के पैर हिला दिए हैं। अब संस्था की सदस्यता सार्वजनिक रूप से हो सकेगी। जिससे भविष्य में होने वाले संस्था के चुनावों में वंशवाद के कारण बना रहा एकाधिकार समाप्त होगा।

यह रहा परिणाम

सूची में कुल मतदाता- 459
पेटी में डाले गए कुल मत- 369
पेटी से प्राप्त कुल मत-पत्र- 369
निरस्त मतों की संख्या-5
कुल वैध मत- 364
संत कृपाल सिंह को मिले मत- 257
धीरसिंह तोमर दद्दू को मिले मत-107
जीत-हार का अंतर- 150

Updated : 15 Oct 2017 12:00 AM GMT
Next Story
Top