बाला बच्चन के अपमान पर मुखर हुई कांग्रेस

भोपाल। प्रदेश कांगे्रस अध्यक्ष अरुण यादव ने शनिवार बड़वानी में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की मौजूदगी में सम्पन्न जनजाति सम्मेलन में कार्यकारी नेता प्रतिपक्ष बाला बच्चन के साथ स्थानीय सांसद सुभाष पटेल द्वारा की गई बदसलूकी को आदिवासियों का अपमान और लोकतंत्र पर कालिख पोतने वाली एक बड़ी घटना निरूपित किया है। उन्होंने क्षुब्ध होकर लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन को एक पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने उच्च मानदण्डों के लिए दुनिया भर में ख्यात भारतीय राजनीति के इतिहास को स्थापित रहे जाने हेतु सांसद पटेल के आचरण के खिलाफ कार्यवाही किए जाने का आग्रह किया है।

यादव ने पत्र में कहा है कि सांसद सदस्यगणों के निरंकुश होने और सत्ता के मद में चुर होकर अपना आपा खोने की घटनाएं निरंतर बढ़ती जा रही है। मध्यप्रदेश भी इससे अछूता नहीं है। प्रदेश में पिछले 13 सालों से भाजपा सत्ता में है। इस वजह से सत्ता का मद हावी होता नजर आ रहा है। शायद यही वजह है कि सत्तारूढ़ दल से जुड़े सांसद, विधायक, पदाधिकारीगण 'पटरी' छोड़ देने में गुरेज नहीं कर रहे हैं।
पत्र में घटना की विस्तृत जानकारी देते हुए बताया है कि शनिवार 21 जनवरी को मध्यप्रदेश में लोकतंत्र पर कालिख पोतने वाली एक बड़ी घटना हुई। यादव ने पत्र में आग्रह किया है कि भारतीय संसद में वे सांसदों के आचरण को लेकर सदैव संजीदा रही है। इस लिहाज से भाजपा और सत्ता से जुड़े सांसद का यह आचरण भारतीय राजनीति के उच्च मानदंडों के बिल्कुल विपरीत है।

लिहाजा, लोकतंत्र के बड़े मंदिर की संरक्षक की भूमिका के नाते वे खरगोन सांसद से न केवल माकूल जवाब तलब करें, वरन उनके खिलाफ दिखाई देने वाली पारदर्शी कार्रवाई भी करें, ताकि भारतीय लोकतंत्र का पवित्र अध्याय कलंकित न हो।

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