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युवा विवेकानंद के विचारों को आत्मसात करें: न्यायधीश

गोहद। दिव्य भारत युवा संगठन द्वारा स्वामी विवेकानंद जी की जयंती के अवसर पर कार्यक्रम व्यवहार न्यायधीश अमित गुप्ता के मुख्य आतिथ्य में गायत्री मन्दिर पर आयोजित किया गया। मंच पर साहब सिंह सिकरवार, शैलेन्द्र भदौरिया उपस्थित थे। दिया सामजिक संगठन द्वारा आयोजित कार्यक्रम का शुभारंभ मां गायत्री, पं. श्रीराम एवं गुरुमाता के छाया चित्र पर पुष्प माला अर्पित कर किया गया।
इस अवसर पर मुख्य आतिथि अमित गुप्ता ने कहा कि दिया का अर्थ प्रकाश है, यानि अंधेरे से उजाले की और ऐसा ही प्रकाश सन 1873 में कलकत्ता में जन्मा था जिसने पूरे विश्व को संदेश दिया तथा भारत को गौरवांवित किया। आज भी युवा में वो आलौकिक क्षमता है। लेकिन हमें समझना है। युवा स्वामी विवेकानंद जी के जीवन को आत्मसात करें न कि सिर्फ किताबी ज्ञान तक सीमित रहे। कार्यक्रम में कव्वाली, भाषण, भजन तथा नाटक का मंचन किया गया। इस अवसर पर रामशंकर परमार, अतुल लोहिया, प्रवीण गुप्ता, पिंटू सेंगर, गिल्टु श्रीवास्तव, मनोज गुप्ता, मनीष अग्रवाल, योसेन्द्र भदौरिया, नीरज श्रीवास्तव, विनीत गुप्ता, उसमान राइन, बंटा राइन, काली शुक्ला, सोनू जादौन, कुसुम शर्मा, रजनी गगील, गीता पहाडिय़ा, सुषमा भदौरिया आदि उपस्थित थे।

Updated : 16 Jan 2017 12:00 AM GMT
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