आयकर की क्लीन चिट के बाद रिलीज किया कैश

आगरा। पुलिस ने नेशनल हाइवे नंबर 2 पर जांच के दौरान 1.09 करोड़ रुपए पकड़े। ये रुपए शुक्रवार की रात को दो सिक्युरिटी एजेंसी की वैन से बरामद किए गए। चुनाव में इस रकम के इस्तेमाल के शक के मद्देनजर पुलिस ने आयकर विभाग को इसकी सूचना दी। आयकर विभाग की क्लीन चिट मिलने के बाद शनिवार की सुबह राशि रिलीज कर दी गई।
दरअसल, सिकंदरा चेकपोस्ट पर शुक्रवार की रात को पुलिस ने एक कैशवैन को पकड़ा। पुलिस की पूछताछ में वैन में मौजूद राकेश कुमार ने कहा कि वह कैश कलेक्शन कंपनी सीएमएस का कर्मचारी है। वैन से करीब 44 लाख रुपए बरामद किए गए। कर्मचारी ने बताया कि ये कैश कई कंपनियां की हैं और बैंक में जमा करवाने जा रहा है। कुछ देर बाद ही फरह की ओर से आती कैशवैन को भी रोका गया। इसमें करीब 65 लाख रुपए मिले। इस वैन में मौजूद राजेंद्र सिंह ने कहा कि रकम फेरल सिक्योरिटी कंपनी का है। इस रकम को भरतपुर के आईसीआईसीआई बैंक की शाखा में जमा करवाना है। इसे उद्यमियों ने बैंक में जमा करने को दिया है। पुलिस कुछ देर तक पूछताछ करती रही। इसके बाद वैन से रकम निकालकर उसने मीडिया को बताया कि उसने यह रकम पकड़ी है।
इसके बाद सिक्योरिटी एजेंसी की ओर से कर्मचारी पहुंचे और उन्होंने इस रकम के सबूत दिए तब पुलिस ने आयकर विभाग को रकम पकड़े जाने की सूचना दी। आयकर विभाग की टीम ने देर रात तक कागजात की जांच की। इसके बाद शनिवार की अल सुबह रकम को रिलीज कर दिया। वहीं दूसरी ओर हाथरस से आगरा लाए जा रहे ग्रामीण बैंक ऑफ आर्यावर्त के डेढ़ करोड़ रुपये यमुना किनारा रोड पर पुलिस ने पकड़ लिए।बैंक कर्मचारी शुक्रवार को रीजनल कार्यालय हाथरस से डेढ़ करोड़ रुपये लेकर आगरा आ रहे थे। अर्टिगा गाड़ी में कैश के साथ चालक और दो कर्मचारी थे। गाड़ी में सुरक्षाकर्मी नहीं था। छत्ता पुलिस ने यमुना किनारा रोड पर दोपहर तीन बजे चेकिंग में गाड़ी रोक ली। तलाशी लेने पर गाड़ी में डेढ़ करोड़ रुपये मिले। बैंककर्मी पीके लवानियां ने पुलिस को बताया कि वे बैंक का कैश लेकर आ रहे थे। उन्होंने पेपर भी दिखा दिए। कैश के साथ सुरक्षा गार्ड न होने के कारण पुलिस को शक था। इसलिए पुलिस ने आगरा रीजनल ऑफिस से इसकी पुष्टि की। करीब एक घंटे में जांच बिना आयकर विभाग की टीम को बुलाए कैश छोड़ दिया गया।