प्रामाणिकता, और परिश्रम को दें प्राथमिकता: रामलाल जी

भाजपा की दो दिवसीय प्रदेश कार्यसमिति की बैठक का समापन
ग्वालियर। पार्टी कार्यकर्ता अपने व्यक्तिगत और सार्वजनिक जीवन में प्रामाणिकता, पारदर्शिता और परिश्रम को प्राथमिकता दें। इन्हीं गुणों से पं. दीनदयाल जी उपाध्याय ने राजनीतिक और सामाजिक जीवन में मिसाल स्थापित की थी। जब तक समाज को यह एहसास नहीं होगा कि भाजपा का हर कार्यकर्ता समाज के लिए चिंतित होकर काम कर रहा है, तब तक हमारे लिए पं. दीनदयाल जी के एकात्म मानववाद के अनुरूप लक्ष्य प्राप्ति आसान नहीं होगी। यह बात भाजपा के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री रामलाल जी ने गुरुवार को प्रदेश कार्यसमिति को संबोधित करते हुए कही।
प्रगति विद्यापीठ, सीपी कॉलोनी, मुरार में आयोजित बैठक के समापन अवसर पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, पूर्व मुख्यमंत्री एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता कैलाश जोशी, भाजपा प्रदेश संगठन महामंत्री सुहास भगत, प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान, केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर, थावरचन्द गहलोत, फग्गन सिंह कुलस्ते, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रभात झा, राष्ट्रीय मंत्री ज्योति धुर्वे आदि मंचासीन थे।
रामलाल जी ने कहा कि गरीब कल्याण हमारे लिए सिर्फ नारा नहीं होना चाहिए बल्कि हर कार्यकर्ता के लिए दीनदयाल जन्मशती को ध्येयनिष्ठा का विषय बनाना होगा। दीगर राजनीतिक पार्टियों ने जिस तरह गरीबी हटाओ को चुनावी वादा बनाकर उपयोग किया है, उस प्रवृत्ति से हमें बचना होगा। उन्होंने कहा कि एकात्म मानववाद भारतीय संस्कृति से उपजा दुनिया का सर्वश्रेष्ठ विचार है। प्रधानमंत्री द्वारा शासन के लिए घोषित मूलमंत्र सबका साथ-सबका विकास वस्तुत: एकात्म मानव दर्शन का ही मौजूदा संस्करण है। एकात्म मानव दर्शन की आज की इस व्याख्या को सभी कार्यकर्ता अपनी कार्य संस्कृति में मूलमंत्र के रूप में आत्मसात करें और दीनदयाल जन्म शताब्दी वर्ष में गरीब कल्याण के लिए अपनी ईमानदार भागीदारी सुनिश्चित करें।
रामलाल जी ने कहा कि जन्मशती हमारे लिए केवल वैचारिक प्रभाव ही नहीं बल्कि संगठन की दृष्टि से भी एक महत्वपूर्ण अवसर है, जहां हम अपनी संगठन की कमियों को खुले मन से चिन्हित करेंगे और मिलकर उन्हें दूर करने की कार्ययोजना पर काम करेंगे।
रामलाल जी ने कहा कि आने वाले समय में हर तीन महीने में भाजपा बूथ स्तर पर अपनी कार्यसमितियों की बैठक सुनिश्चित करेगी और साल भर में छह कार्यक्रम बूथ समिति पर आयोजित किए जाएंगे। छह अपै्रल को पार्टी का स्थापना दिवस, 23 जून को डॉ. मुखर्जी बलिदान दिवस, 25 सितम्बर को दीनदयाल जयंती के अलावा प्रदेश नेतृत्व द्वारा तय तिथि पर सामाजिक समरसता दिवस, किसी बुजुर्ग नेता के नाम पर गोष्ठी, विचार तथा खेलकूद के आयोजन किए जाएंगे, जिनमें उस बूथ समिति के सभी कार्यकर्ता शामिल होंगे।
मंत्री से लेकर सरपंच तक सेवा कार्यों में जुटें: सुहास भगत
भाजपा कार्यसमिति के दूसरे दिन गुरुवार को प्रदेश संगठन महामंत्री सुहास भगत ने दीनदयाल जन्मशती को वैचारिक और सामाजिक स्तर पर प्रभावी तरीके से मनाए जाने पर बल दिया। श्री भगत ने कहा कि कोई भी वैचारिक सामाजिक अभियान सिर्फ सरकार के बल पर सफल नहीं हो सकता। राजीव गांधी सरकार के दौरान नेहरू जन्मशती के विफल आयोजन का उदाहरण देते हुए श्री भगत ने कार्यकर्ताओं को आगाह किया कि हम जहां भी हैं, उसी भूमिका में हमें अपना योगदान जन्मशती के साथ स्वप्रेरणा से देना होगा। उन्होंने कहा कि आज भाजपा केन्द्र से लेकर पंचायत स्तर तक सत्ता में है, इसलिए सभी केन्द्रीय और राज्य के मंत्रियों, सांसदों, विधायकों जिला, जनपद, नगरीय एवं पंचायत प्रतिनिधियों को अपने अपने क्षेत्र में सेवा के कार्यों को अपने स्तर पर संचालित करना होगा।
मुख्यमंत्री ने कार्यकर्ताओं से मांगा पार्टी के लिए दो साल का समय
प्रदेश कार्यसमिति बैठक में दार्शनिक अंदाज में दिखे शिवराज
भाजपा की प्रदेश कार्यसमिति बैठक के समापन सत्र में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का बोलने का अंदाज पूरी तरह दार्शनिक था। मुख्यमंत्री ने पं. दीनदयाल जी उपाध्याय के एकात्म मानववाद को मानव शरीर से लेकर धर्म-अध्यात्म, जीव-जन्तु, पेड़-पौधे, प्रकृति-पर्यावरण, ग्रह-नक्षत्र, नदी, पर्वत, पहाड़, चांद, सूरज सहित व्यक्तिगत जीवन की खट्टी-मीठी घटनाओं से जोड़ते हुए एकात्म मानव दर्शन की बहुत ही सरल शब्दों में रोचक व्याख्या प्रस्तुत कर बाताया कि किस तरह विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं के माध्यम से हमारी सरकारों ने दरिद्र नारायण की जिंदगी में खुशियां लाने का काम किया है। मुख्यमंत्री ने मध्यप्रदेश में चौथी बार भाजपा की सरकार बनाने के लिए कार्यकर्ताओं से अगले दो साल तक पार्टी के लिए समय देने और समर्पित भाव से जनता के बीच सेवा कार्य करने का आह्वान किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि पं. दीनदयाल जी ने व्यक्ति को शरीर, मन, बुद्धि, आत्म सुख, समाज व जीव कल्याण और प्रकृति व पर्यावरण का संरक्षण करने पर जोर दिया था। केन्द्र और राज्य सरकार मिलकर इसी दिशा में प्रयासरत है। मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2022 तक प्रधानमंत्री श्री मोदी ने सबको घर देने का जो सपना देखा है, उसे देश में सबसे पहले मध्यप्रदेश की धरती पर साकार किया जाएगा। म.प्र. में अगले दो साल में 15 लाख पक्के मकान बनाकर गरीबों को दिए जाएंगे, जिनमें से पांच लाख मकान शहरों में और दस लाख मकान गांवों में बनेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा के लिए एकात्म दर्शन सिर्फ राजनीतिक दर्शन नहीं, बल्कि समाज के अंतिम छोर पर खड़े दरिद्रनारायण के कल्याण का मंत्र भी है। इसी मूलमंत्र पर केन्द्र और प्रदेश की सरकारें काम कर रही हैं। उन्होंने आव्हान किया कि सभी कार्यकर्ता आने वाले एक वर्ष में दीनदयाल जी को सच्ची श्रद्धांजलि देने के लिए सेवा प्रकल्पों में ईमानदारी से जुट जाएं। हर स्तर पर गरीब कल्याण कार्यक्रमों में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें।
प्रदेश में प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री जनकल्याण प्रकोष्ठ बनेंगे: भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान ने प्रदेश कार्यसमिति के समापन सत्र में कहा कि भारतीय जनता पार्टी संस्कार और अनुशासन सिखाने वाला राजनीतिक दल है। उन्होंने आम आदमी पार्टी और कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि दूसरे दलों के नेता जहां जेल जा रहे हैं वहीं उनकी खाटें लूटी जा रही हैं।
जबकि भाजपा कार्यकर्ता सत्ता में आने के बाद भी दरिद्रनारायण की सेवा के लिए समर्पित होकर गरीब कल्याण वर्ष मनाने जा रही है। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद अनेक दल आए और मिट गए, लेकिन भाजपा अपने अनुशासन और संस्कारों के बल पर आज विश्व का सबसे बड़ा राजनीतिक दल बनकर प्रतिष्ठित हो रही है। उन्होंने कार्यकर्ताओं से विधानसभा चुनाव 2018 और लोकसभा चुनाव 2019 के लिए समयदान की अपील करते हुए कहा कि प्रदेश में शिवराज सिंह और केन्द्र में मोदी जी के नेतत्व में हम पुन: विजय का इतिहास रचने में सफल होंगे। श्री चौहान ने इस अवसर पर प्रदेश में दो नए प्रकोष्ठ प्रधानमंत्री जनकल्याण प्रकोष्ठ और मुख्यमंत्री जनकल्याण प्रकोष्ठ गठित करने का ऐलान किया।
बंद कमरे में हुई गुप्त चर्चा
भाजपा की प्रदेश कार्यसमिति बैठक के समापन उपरांत मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार शाम को प्रगति विद्यापीठ में एक बंद कमरे में प्रदेश के मंत्रियों एवं संगठन पदाधिकारियों के साथ गुप्त बैठक की। सूत्रों के अनुसार करीब एक घण्टे तक चली इस बैठक में सत्ता और संगठन से जुड़े विभिन्न विषयों पर गंभीर चिंतन-मंथन किया गया और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए।
दीनदयाल जी के नाम पर होगा रामनारायण धर्मशाला सभागार का नामकरण
धर्मशाला के रखरखाव के लिए शासन की ओर से दिए जाएंगे पांच लाख
वर्ष 1964 में पं. दीनदयाल जी उपाध्याय ने दौलतगंज स्थित रामनारायण धर्मशाला के जिस कक्ष से एकात्म मानव दर्शन का प्रतिपादन किया था। उसका नामकरण अब पं.दीनदयाल जी के नाम पर ही होगा। यह घोषणा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार को की। इसके साथ ही धर्मशाला के रखरखाव के लिए शासन की ओर से पांच लाख रुपए भी ट्रस्ट को दिए जाएंगे। यह धर्मशाला वही स्थान है, जहां पं. दीनदयाल जी उपाध्याय ने भारत की सनातन विचारधारा को युगानुकूल रूप में प्रस्तुत करते हुए भारत को एकात्म मानववाद की प्रगतिशील विचारधारा दी, जिसकी शुरूआत इसी धर्मशाला में हुई थी। आज सुबह भाजपा के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री रामलाल जी, केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर, थावरचंद गहलौत,राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रभात झा, प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान सहित अन्य भाजपाजन यहां पहुंचे और पं.दीनदयाल उपाध्याय जी के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की।
इस अवसर पर श्री रामलाल जी ने कहा कि एकात्म मानववाद शब्द कठिन लगता है,लेकिन समझें तो यह बहुत ही सरल है। साम्यवाद और पूंजीवाद दोनों विचार मनुष्य के भौतिक सुख साधन से जुड़े हैं, लेकिन पं. दीनदयाल जी उपाध्याय ने इससे अलग हटकर एक मध्यमवर्गीय विचार एकात्म मानव दर्शन को दुनिया के सामने रखा जो दुनिया को सुख-शांति का संदेश देता है।
मुख्यमंत्री ने काका से किया आग्रह:- कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन के साथ किया गया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने धर्मशाला के ट्रस्टी श्रीकृष्णदास गर्ग (काका) से आग्रह करते हुए कहा कि धर्मशाला के इस कक्ष को पं. दीनदयाल जी उपाध्याय के नाम से कर दिया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस सभा कक्ष में पं. दीनदयाल जी उपाध्याय की स्मृतियों को संजोकर एक ऐसा मन्दिर बनाया जाए, जहां से राष्ट्रवाद के पुजारी प्रेरणा लेकर जाएं। उन्होंने कहा कि धर्मशाला का यह कक्ष भाजपा के लिए एक कक्ष मात्र नहीं है, बल्कि एक मन्दिर है।
इस अवसर पर उन्होंने इस पवित्र स्थान के रख रखाव व संचालन के लिए रामनारायण धर्मशाला के ट्रस्ट को भाजपा की ओर से पांच लाख रुपए देने की घोषणा की।
इस अवसर पर राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रभात झा, केंद्रीय मंत्री थावरचंद्र गहलोत, महापौर विवेक शेजवलकर, प्रदेश सरकार की मंत्री अर्चना चिटनिस, रूस्तम सिंह, जयभान सिंह पवैया, नरोत्तम मिश्रा, श्रीमती माया सिंह,लाल सिंह आर्य, राम नारायण धर्मशाला के ट्रस्टी श्रीकृष्णदास गर्ग सहित प्रदेश के अन्य मंत्रीगण आदि उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन एवं आभार प्रदेश के महामंत्री बी.डी. शर्मा द्वारा किया गया।
भाजपा वट वृक्ष के रूप में खड़ी है
कार्यक्रम में केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा कि 1964 और उससे पूर्व का समय भारतीय जनसंघ के लिए कठिन दौर था, लेकिन उस दौर में भी हमारे पूर्वजों ने समर्पण व निष्ठा के साथ एकात्म मानव दर्शन के विचार को बढ़ाने में अपना योगदान दिया। उनकी तपस्या का आज फल यह है कि भारतीय जनता पार्टी केन्द्र में वट वृक्ष के रूप में शासन करने वाली सबसे बड़ी पार्टी के रूप में खड़ी है। केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि धर्मशाला के इस सभागार को अब पं. दीनदयाल जी उपाध्याय के नाम से जाना जाएगा। इस अवसर पर उपस्थित तमिलनाडु भाजपा के पूर्व अध्यक्ष एवं मध्यप्रदेश से राज्यसभा के लिए घोषित भाजपा उम्मीदवार एल. गणेशन का भी स्वागत किया गया।
यह हमारे लिए तीर्थस्थल हैं
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्रदेश अध्यक्ष नंद कुमार सिंह चौहान ने कहा कि इस स्थान से भाजपा का भावनात्मक लगाव है। यह स्थान लोगों के लिए धर्मशाला होगाी, लेकिन भाजपा कार्यकर्ताओं के लिए एक तीर्थस्थल है। प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कि यह हमारा सौभाग्य है कि हम सब आज उस कक्ष में बैठे हैं जहां पं. दीनदयाल जी उपाध्याय ने सर्वप्रथम एकात्म मानव दर्शन का बीजारोपण किया।