पंजाब में सीमावर्ती गांव खाली, सुरक्षित स्थानों पर गए ग्रामीण

चंडीगढ़। भारत-पाकिस्तान के बीच सीमा पर तनाव को देखते हुए पंजाब के सीमावर्ती गांवों की लगभग 80 प्रतिशत गांव खाली हो गये हैं। पंजाब सरकार द्वारा तनाव को देखते हुए सीमा के दस किलो मीटर के दायरे के गांवों को खाली करने की अपील पर गुरूवार की रात्रि में भी ग्रामीण सुरक्षित स्थान की तलाश में जाते रहें। प्रशासनिक अधिकारियों के अनुसार पठानकोट, गुरदासपुर, बटाला, अमृतसर, तरनतारन, फिरोजपुर और फजिल्का के 987 गांवों में से 80 प्रतिशत गांव खाली हो चुके हैं।
कुछ गांवों में लोग अभी तक सुरक्षित स्थानों पर नहीं गये हैं। ऐसे में स्थानीय अधिकारियों व सेना के उच्चाधिकारियों द्वारा गांव वालों को संभावित खतरों को देखते हुए सुरक्षित स्थान पर जाने की अपील की जा रही है। पंजाब सरकार के उच्चाधिकारी लगातार पूरी घटना क्रम पर निगाह रखे हुए हैं। प्रत्येक जिले की रिपोर्ट सरकार द्वारा नियुक्त विशेषकार्य अधिकारी सीधे कंट्रोल रूम के माध्मय से मुख्यमंत्री तक पहुंचायी जा रही है।
गौरतलब है कि जम्मू कश्मीर के उड़ी में भारतीय सेना के कैंप पर आतंकवादी घटना के बाद भारतीय सेना ने 28 सितम्बर की रात्रि में पाक अधिकृत कश्मीर में एक गुप्त सैन्य अभियान चलाकर आतंकवादियों के कई ठिकानों को नष्ट कर दिया है। इस अभियान में सेना के जवानों ने काफी संख्या में आतंकवादियों को भी मार गिराया है। जिसकी संख्या अभी तक पुष्ट नहीं हो पायी है। लेकिन सूत्रों के अनुसार यह संख्या पचास के पार है।