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भू-अभिलेख के बाबू के घर से ढाई करोड़ की चोरी, सवा करोड़ बरामद

भू-अभिलेख के बाबू के घर से ढाई करोड़ की चोरी, सवा करोड़ बरामद
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एक आरोपी ने सरेंडर कर पुलिस को सौंपी थी रकम, पुलिस की कार्रवाई संदेह के घेरे में



ग्वालियर।
पड़ाव थाना पुलिस ने भू-अभिलेख में पदस्थ एक बाबू के घर से हुई करोड़ो रुपए की चेारी के मामले में एक आरोपी को दबोच कर उसके कब्जे से एक करोड़ बीस लाख रुपए बरामद किए हैं। मामला हाई प्रोफाइल है। पुलिस इस मामले में बैकफुट पर दिखाई दे रही है।

पड़ाव थाना क्षेत्र स्थित गांधीनगर निवासी संजय भागवानी भू अभिलेख में बाबू है, वह15 सितम्बर को किसी काम से शहर से बाहर गए हुए थे। इसी बीच चेारों ने उनके सूने मकान से करोड़ो रुपए चोरी कर लिए, बीती रात को चोरी के इस सनसनीखेज प्रकरण में पुलिस ने दो नम्बर का पैसा हजम करने का जो खेल खेला था वह अब फेल होता नजर आ रहा है और अब यह करोड़ों रुपए पुलिस के लिए गले की फांस बनते जा रहे हैं। दरअसल चोर रवि प्रजापति 48 लाख रुपए लेकर एक संस्थान में पहुंच गया। यहां पर पड़ाव थाना प्रभारी एमएम मालवीय के सामने रवि ने 48 लाख रुपए सरेंडर किए थे। यहां तक तो मामला सीधा सा था लेकिन बुधबार को एक बार फिर पुलिस ने रवि के घर पर छापामार कर 72 लाख रुपए बरामद किए हैं। संजय भागवानी के घर से चेारी गई रकम ढाई करोड़ बताई गई और पुलिस एक करोड़ बीस लाख रूपए अभीतक बरामद कर चुकी है। पुलिस का कहना है कि चोरी संजय के भतीजे नितिन ने की थी और रकम रवि प्रजापति के घर पर छिपाकर रख दी थी। रवि का पिता भागीरथ और फरियादी का भतीजा नितिन भागवानी अभी फरार है। इस सम्बध में थाना प्रभारी एमएम मालवीय का कहना है कि भागीरथ प्रजापति इस चेारी में संलिप्ंत है और एक करोड़ से ज्यादा की रकम लेकर वह लापता हो गया है। पुलिस उसकी और नितिन की तलाश में छापामार कार्यवाही कर रही है। हाई प्रोफाइल चेारी के इस मामले में पुलिस की कार्यवाही संदिग्ध नजर आ रही है।

करोड़ो रुपए कहां से आए
पुलिस ने अभी तक फरियादी संजय भागवनी से पूछताछ कर यह पता नहीं किया है कि घर में करोड़ों रुपए कहां से लाकर रखे थे। जबकि सोने के जेवरात भी लाखों रुपए के चोरी होने के बारे में पता चला है। पुलिस ने इतनी बड़ी चेारी के मामले को दबाए रखा और रकम बरामद करने के बाद भी चुप्पी साध गई।
पुलिस की कार्यवाही पर उठे सवाल
चोरी के हाईप्रोफाइल मामले में पुलिस संदेह के घेरे में है और उसकी कार्यवाही पर सवाल उठ रहे हैं। जब रवि ने किसी संस्थान में जाकर 48 लाख रुपए सरेंडर किए थे तो पुलिस ने रकम को गिनने के लिए मशीन का इंतजाम किया जबकि ऐसा नहीं होना था। इसके साथ ही 72 लाख आनन-फानन में शो करना, इसके अलावा किसी वरिष्ठ अधिकारी को करोड़ो रुपए की चेारी का न बताना, रवि हावालात में था तो लाखों रुपए की रकम किससे लेकर आए सहित कई सवाल हैं जो पुलिस की कार्यवाही को संदेह के घेरे में खड़ा करते हैं।

आरोपी का लाईडिटेक्टर टेस्ट होगा
पुलिस अधीक्षक हरिनारायणचारी मिश्रा ने जानकारी देते हुए बताया कि रवि और नितिन को पकड़ लिया गया है ,आरोपी का लाइवडिटैक्टर टेस्ट कराया जाएगा। शेष रकम को बरामद करने के प्रयास किए जा रहे है। फरियादी ने पहले रकम कम बताई थी लेकिन बाद में चेारी करोड़ो रुपए की निकली। इतनी रकम संजय भागवानी पर कहां से आई, इसकी जांच कराई जा रही है।

पांच दिन पहले कर ली थी रकम बरामद
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार ढाई करोड़ चोरी का पता चलते ही पड़ाव पुलिस सक्रिय हो गई थी और उसने दौड़ भाग कर लाखों रुपए बरामद भी कर लिए थे। लेकिन पुलिस 72 लाख रुपए के करीब बरामद करने के बाद चुप्पी साध गई। इधर पुलिस रवि और नितिन पर लगातार दबाव बनाए हुई थी। रवि के पिता ने एक संस्थान में अपने सम्बध के आधार पर बेटे को सरेंडर कराकर ईमानदारी का परिचय देने का प्रयास करते हुए बचने का प्लान बनाया था लेकिन वह अब फेल हो गया है और पुलिस को अपनी किरकिरी होने से बचने के लिए बाकी के रुपयों को वरिष्ठ अधिकारियों को बताने पड़े। पुलिस की कार्यवाही पर कई सवाल खड़े हो गए हंै और मामला भोपाल तक पहुंच गया है।

चंद घंटे में कैसे हो गई रकम बरामद
पुलिस ने दिन में रवि के घर से 72 लाख रुपए बरामद करने का दावा किया है, अब सवाल खड़ा हो रहा है कि चेारी के ढाई करोड़ रुपए पूरे रवि के घर पर ही थे तो फिर उसने एक करोड़ बीस लाख रुपए बीते रोज सरेंडर क्यों नही किए। पुलिस इतनी जल्दी लाखों रुपए लेकर आ भी गई।

Updated : 29 Sep 2016 12:00 AM GMT
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