दूषित पानी को कैसे बनाएं उपयोगी
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"ट्रांस्केम अग्रीटेक प्राइवेट लिमिटेड के चेयरमैन एवं मैनेजिंग डायरेक्टर अतुल श्राफ को सम्मानित करते महापौर विवेक शेजवलकर"
ग्वालियर। जैसे-जैसे आबादी बढ़ती जा रही है, शहरीकरण होता जा रहा है वैसे-वैसे स्वच्छ पानी की आवश्यकता बढ़ती जा रही है। इन दिनों पानी तीव्र गति से दूषित हो रहा है, उसे शुद्ध और उपयोगी कैसे बनाया जा सकता है, इस तकनीक की जानकारी आज विशेषज्ञों ने आरकेव्हीएम स्कूल में अपशिष्ट जल प्रबंधन पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान दी। आरकेव्हीएम ग्वालियर स्कूल के स्वामी विवेकानंद ह्यूमन सेल द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में ट्रांस्केम अग्रीटेक प्राइवेट लिमिटेड के चेयरमैन एवं मैनेजिंग डायरेक्टर अतुल श्राफ ने कहा कि आज रसोई और कपड़े धोने के बाद बेकार पानी अक्सर सडक़ों पर बहने लगता है इस जल का संरक्षण करना बहुत आवश्यक है। श्री श्रॉफ ने बताया की कैसे हम ट्रांसबायो फि़ल्टर तकनीक की मदद अपशिष्ट जल का बेहतर प्रबंधन करके सीवर, रसोई और कपड़े धोने के बाद निकलने वाले बेकार पानी, फेक्ट्रियों से निकलने वाले पानी को दैनिक कार्य के लिए तकनीक के माध्यम से उपयोगी बना सकते हैं।उन्होनें बताया कि यह तकनीक पोल्युसन बोर्ड से मान्यता प्राप्त है और विभिन्न कम्पनियों में इंडस्ट्रियल वेस्ट के पुन: उपयोग के लिए प्रयुक्त की जा रही तथा पूर्णत: स्वदेशी है।
इसे सिखाने का प्रयास हम आरकेव्हीएम स्कूल की लैब में करेंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे महापौर विवेक शेजवलकर ने इस अवसर पर कहा कि देश के विकास के लिए स्वयं पहल करना आवश्यक है। भारत के विकास के लिए ऐसे प्रकल्पों को साथ लेकर काम करना आवश्यक है। अपशिष्ट जल प्रबंधन की यह तकनीक अच्छी है, हम इस तकनीक को नगर निगम में अपनाने के प्रयास करेंगे। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि भाजपा के संगठन मंत्री प्रदीप जोशी थे। कार्यक्रम का संचालन स्कूल के प्राचार्य स्वामी सुदिप्तानंद जी ने किया। इस अवसर पर श्री श्राफ का सम्मान महापौर ने शॉल एवं श्रीफल से किया। वहीं विद्यालय की श्रीमती मंजुला पाटनकर ने श्रॉफ फाउंडेशन ट्रस्ट की श्रीमती श्रुति श्रॉफ को सम्मानित किया।