राफेल के साथ मिलेंगे मेटेओर मिसाइल, चीन-पाक को भी पछाड देगा भारत
X
नई दिल्ली। फ्रांस से 36 राफेल लड़ाकू विमानों की खरीद के लिए बातचीत अंतिम चरण में है। सूत्रों ने कहा कि सौदे पर बातचीत अंतिम चरण में है और कुछ बिंदुओं पर बातचीत चल रही है। देश की राजधानी में फ्रांस का एक दल भी मौजूद है और दोनों पक्ष इस सौदे को जल्द पूरा करने को इच्छुक हैं। आपको बता दें कि उड़ान भरने की स्थिति वाले तीन दर्जन राफेल विमानों को खरीदने के लिए पिछले साल अप्रैल में हुई प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की फ्रांस यात्रा दौरान करार पर हस्ताक्षर हुआ था।
भारत राफेल के साथ ही हवा से हवा में मार करने वाली विश्व आधुनिक मिसाइल मेटेओर हासिल कर लेगा। राफेल लड़ाकू विमान मेटेओर से सुसज्जित होगा जो दुश्मनों के एयरक्राफ्ट और 100 किमी दूर स्थिति क्रूज मिसाइल को ध्वस्त कर सकता है। इस मिसाइल को अपने बेड़े में शामिल कर लेने से भारत की स्थिति दक्षिण एशिया में और मजबूत हो जाएगी।
पाकिस्तान और यहां तक कि चीन के पास भी इस श्रेणी की मिसाइल नहीं है। मेटेओर के समान मात्र एक अन्य मिसाइल एआईएम-120डी है जो कि हवा से हवा में मार करने वाली अमेरिका द्वारा निर्मित मध्यम श्रेणी की मिसाइल है जिसे 100 किमी से अधिक दूर के निशाने को भेदने के लिए बनाया गया है। हालांकि जानकारों का मानना है कि मेटेओर अपने रैमजेट इंजन के चलते अधिक घातक मिसाइल है।
इस साल अप्रैल में सत्तारूढ़ भाजपा ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के जरिए दावा किया था कि सौदा 880 अरब डॉलर में तय हुआ है। रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर ने बाद में स्पष्ट किया था कि यह आधिकारिक आंकड़ा नहीं है। वर्ष 2012 में भारत ने 126 राफेल विमान खरीदने के लिए करार पर हस्ताक्षर किए थे। वह सौदा नहीं हो पाया तो 36 राफेल विमानों के लिए पिछले साल करार हुआ। दोनों देश विमानों की आपूर्ति के लिए अंतर सरकारी करार पर सहमत हुए थे, जिसके बाद वार्ता के लिए टीम गठित की गई थी।