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अब लद्दाख में सेना के 100 टैंक रोकेंगे चीनी सैनिकों की घुसपैठ

अब लद्दाख में सेना के 100 टैंक रोकेंगे चीनी सैनिकों की घुसपैठ
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अब लद्दाख में सेना के 100 टैंक रोकेंगे चीनी सैनिकों की घुसपैठ


नई दिल्ली।
लद्दाख में चीनी सेना की घसुपैठ रोकने के लिए भारतीय सेना ने 100 टैंक तैनात कर दिए हैं। गौरतलब है कि पिछले वर्ष लद्दाख के कई सेक्टरों में चीनी सेना द्वारा घुसपैठ करने के कई मामले सामने आए हैं। इस मामले में दोनों देशों के बीच माहौल थोडा गर्म भी हुआ था।

अब भारत नहीं चाहता की लद्दाख में घुसपैठ की और कोई कोशिश हो। घुसपैठ को रोकने के लिए अब भारत ने लद्दाख की पूर्वी पहाडियों पर 100 टैंकों की तैनाती कर दी है।
एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक भारतीय सेना ने लद्दाख की 14,000 फुट ऊंची पहाडियों पर ये टैंक तैनात किए हैं। रिपोर्ट के अनुसार टैंकों की संख्या बढाई जा सकती है। साथ ही नई बनी सडकों पर जवानों की तैनाती भी बढा दी गई है।

भारत ने यह कदम तब उठाया है जब सीमा पार चीन की ओर से मिलिट्री में इजाफा किए जाने की खबर आई। द हिंदू से बातचीत में एलओसी सीमा के कुछ हिस्से पर निगरानी का नेतृत्व करने वाले लेफ्टिनेंट जनरल एसके पटयाल ने कहा, हमें अपनी सीमाओं की रक्षा करनी है। इसके लिए इंफ्रास्ट्रक्चर का डिवेलपमेंट और सेना की तैनाती में इजाफा करने जैसे तमाम काम करने होंगे। वहीं टैंक यूनिट कमांड का नेतृत्व करने वाले कर्नल विजय दलाल ने एनडीटीवी को बताया, यहां टैंकों का रखरखाव आसान नहीं है। गौरतलब है कि लद्दाख में मौसम अनुकूल नहीं रहता है। वहां बहुत अधिक ठंड होती है।

कई बार तापमान -45 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है। इससे टैंकों के काम करने की क्षमता प्रभावित होती है। इस परिस्थिती में टैंकों का रखरखाव काफी मुश्किल काम होता है। टैंकों के रखरखाव के लिए स्पेशल ल्यूब्रिकेंट का इस्तेमाल होता है। गौरतलब है कि चीन से लगती एलएसी सीमा पर भारत की ओर से बीते पांच सालों में जवानों की तैनाती काफी बढ गई है।

लद्दाख के कुछ इलाकों में तोपखाने ही तैयार हो गए हैं। पंगोंग सो झील पर चीनी सेना की मौजूदगी और कई बार घुसपैठ के चलते निसंदेह यहां पैट्रोलिंग बढी है। ज्ञातव्य है कि लद्दाख में कई अहम पॉइंट्स पर लगातार घुसपैठ से चीन ने अपनी आक्रामकता दर्शाई है। अब टैंक की पोजिशनिंग से भारत ने भी यह साबित किया है कि वह इस इलाके में चीन के अतिक्रमणवादी रवैये से निपटने के लिए तैयार है।

Updated : 19 July 2016 12:00 AM GMT
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