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मुख्य कोच के लिए बीसीसीआई ने हिंदी सहित रखी ये शर्तें

मुख्य कोच के लिए बीसीसीआई ने हिंदी सहित रखी ये शर्तें
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मुख्य कोच के लिए बीसीसीआई ने हिंदी सहित रखी ये शर्तें


नई दिल्ली। बीसीसीआई ने राष्ट्रीय क्रिकेट टीम के मुख्य कोच पद के लिए बुधवार को इश्तेहार दिया है। बोर्ड ने कोच पद के लिए कुछ मापदंड रखे हैं जिसे अर्जी देने वाले शख्स को पूरा करना होगा।बीसीसीआई ने शर्त रखी है कि कोच को अंग्रेजी के साथ-साथ हिंदी भी आनी चाहिए। बोर्ड ने पद के लिए अर्जी दाखिल करने की अंतिम तिथि 10 जून रखी है।

टीम के पूर्व कोच डंकन फ्लैचर के जाने के बाद से टीम के मुख्य कोच का पद खाली पड़ा है। फ्लैचर का कार्यकाल 2015 विश्व कप के बाद समाप्त हो गया था। फ्लैचर के बाद भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान रवि शास्त्री को टीम का निदेशक बनाया गया था।

इसी साल मार्च-अप्रैल में खेले गए टी-20 विश्व कप के बाद उनका कार्यकाल भी समाप्त हो गया। साथ ही बल्लेबाजी कोच संजय बांगड़, गेंदबाजी कोच भरत अरुण और फील्डिंग कोच आर.श्रीधर का भी कार्यकाल समाप्त हो चुका है। पिछले सप्ताह बोर्ड ने पूर्व हरफनमौला खिलाड़ी संजय बांगड़ को 11 जून से शुरू हो रहे जिम्बाब्वे दौरे के लिए टीम का अंतरिम मुख्य कोच नियुक्त किया था। पूर्व खिलाड़ी अभय शर्मा को दौरे के लिए फील्डिंग कोच नियुक्त किया गया था।

बीसीसीआई ने रखीं ये 9 शर्तें

1. बोर्ड की अहम शर्त यह है कि कैंडिडेट ने आईसीसी की मेंबर कंट्रीज की टीम, फस्र्ट क्लास क्रिकेट और इंटरनेशनल लेवल पर किसी टीम की कामयाबी के साथ कोचिंग की हो।
2. एक इंटरनेशनल टीम के कोच के लिए कम्युनिकेशन स्किल्स बेहतर होना जरूरी है। इसके अलावा, मैसेज भी असरदार तरीके से कम्युनिकेट करने के लिए अंग्रेजी में प्रोफिशिएंसी होना जरूरी है। हिंदी और दूसरी रीजनल लैंग्वेज में अपनी बात रखना भी आना चाहिए।
3. कैंडिडेट ने मेंबर कंट्रीज से सर्टिफिकेशन या असेसमेंट प्रोग्राम किया हो। उसके पास वैलिड सर्टिफिकेशन हो।
4. वह सभी तरह के फॉर्मेट में टीम इंडिया के लीडरशिप पोजिशन हासिल करने के लिए प्लान बनाए और उसे प्रेजेंट करे।
5. इंडिविजुअल प्लेयर परफॉर्मेंस सुधारने के तरीके बताए, जिनसे टीम की परफॉर्मेंस में लगातार कंसिस्टेंसी बनी रहेगी।
6. स्पोर्ट्स साइकोलॉजी, स्पोर्ट्स मेडिसिन, वर्कलोड मैनेजमेंट जैसी मल्टी-डिसिप्लीनरी अप्रोच होना चाहिए, ताकि टीम में कॉन्ट्रिब्यूशन बढ़ाया जा सके।
7. स्पोर्ट्स सॉफ्टवेयर, ट्रेन्ड्स और लेटेस्ट टेक्नोलॉजी की जानकारी होनी चाहिए।
8. कैंडिडेट का पर्सनल रिकॉर्ड बेदाग होना चाहिए। अतीत में वह किसी तरह के विवाद से न जुड़ा हो।
9. नेक्स्ट जनरेशन के क्रिकेटर्स को डेवलप करने के लिए उसके पास नेशनल क्रिकेट एकेडमी के लिए प्लान होना चाहिए।

Updated : 2 Jun 2016 12:00 AM GMT
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