प्रदेश में पहली पहल, अब मरीजों को घर पर ही मिलेगा उपचार

आशा कार्यकर्ता घर-घर जाकर देखेंगी मरीजों को
ग्वालियर। जिलाधीश डॉ. संजय गोयल ने नई पहल की है। इसके तहत प्रदेश में पहली बार जिले भर में लोगों को घर पर ही उपचार उपलब्ध कराया जाएगा। डॉ. गोयल ने स्वास्थ्य विभाग को निर्देश जारी करते हुए स्वास्थ्य कार्ड योजना के अंतर्गत लोगों को घर पर ही उपचार देने की बात कही है।
इस पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा शहरी व ग्रामीण क्षेत्र में 50-50 आशा कार्यकर्ताओं की ड्यूटी लगाई गई है, जो घर-घर जाकर लोगों के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी एकत्रित करेंगी, साथ ही जरूरत पडऩे पर उनकी चिकित्सकों से बात भी कराई जाएगी। इसके लिए आशा कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण भी दिया जा चुका है।
कार्ड में भरी जाएगी पूरी जानकारी :- आशा कार्यकर्ता द्वारा घर-घर जाकर परिवार के सभी सदस्यों की पूरी जानकरी स्वास्थ्य कार्ड में भरी जाएगी, जिसमें परिवार के कुल सदस्य कितने हैं, किसी सदस्य को कोई बीमारी तो नहीं है। कोई गर्भवती महिला तो नहीं है, सहित विभिन्न जानकरी भरकर स्वास्थ्य विभाग को भेजेंगी।
चिकित्सक से कराएंगी फोन पर बात:- अगर परिवार में किसी मरीज को कोई गंभीर बीमारी है तो उसके लिए परिवार के किसी सदस्य की आशा कार्यकार्ता द्वारा चिकित्सक से फोन पर बात कराई जाएगी। इसके साथ ही मरीज के पुराने पर्चों को वाट्सएप पर भी चिकित्सक को भेजे जएंगे। इसके बाद यदि जरूरी हुआ तो विशेषज्ञ चिकित्सक से इलाज के लिए मरीज को अस्पताल में रैफर भी किया जाएगा।
घर पर ही देंगी दवा
परिवार में अगर किसी सदस्य को कोई छोटी बीमारी होगी तो उसके लिए आशा कार्याकर्ताओं को 7 से 8 प्रकार की सामान्य दवाएं दी जाएंगी, जिसमें उल्टी, दस्त, बुखार, विटामिन सहित अन्य दवाएं होंगी। अगर किसी सदस्य को इन दवाओं की जरूरत पड़ेगी तो आशा कार्यकर्ता घर पर ही मरीज को दवा दे सकेंगी, जिससे मरीज को छोटी बीमारी के लिए अस्पताल तक नहीं जाना पड़ेगा।
गर्भवती महिलाओं व बुजुर्गों पर भी देंगी ध्यान
आशा कार्यकर्ता यह भी देखेंगी कि किसी घर में कोई गर्भवती महिला तो नहीं हैं। अगर घर में गर्भवती महिला होगी तो उसे आईरम की दवा, टिटनेस के इंजेक्शन दिए गए हैं या नहीं, यह भी देखा जाएगा और कार्ड में भी भरा जाएगा। इसके साथ ही परिवार में बुजुर्ग सदस्य का बीपी, डायवटीज जैसी बीमारी का भी परीक्षण घर पर ही किया जाएगा।