मक्के का कुल उत्पादन 2102 मिलियन टन अनुमानित : राधा मोहन सिंह

मक्के का कुल उत्पादन 2102 मिलियन टन अनुमानित : राधा मोहन सिंह

नई दिल्ली। केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री राधा मोहन सिंह ने कहा है कि दो वर्षों में मोदी सरकार ने गांव, गरीब, किसानों की मजबूती के लिए कई महत्वपूर्ण योजनाएं चलायी हैं जिसके परिणाम अब सामने आने लगे हैं । कृषि मंत्री ने कहा कि भयंकर सूखे के बावजूद वर्ष २०१५-१६ में खरीफ और रबी के मक्के का कुल उत्पादन २१.०२ मिलियन टन अनुमानित है।

उन्होंने कहा कि किसानों, वैज्ञानिकों और नीति निर्धारकों की मेहनत की वजह से वर्ष १९५० के बाद मक्का क्षेत्रफल में २.९ गुना,पैदावार में ४.८ गुना और उत्पादन में १४ गुना की वृद्धि हुई है। उन्होंने कहा कि यह किसानों की एक बड़ी उपलब्धि है। । १९५७ के बाद देश के विभिन्न जलवायु संबंधी परिस्थितियों के लिए ३०८ से अधिक उन्नत मक्का संकर/मिश्रित किस्में जारी की गयी है। पिछले पांच वर्षों में ३० उच्च उपजशील संकर और १० मिश्रित किस्में जारी की गयी हैं। कृषि मंत्री ये बात आज नयी दिल्ली में फिक्की द्वारा आयोजित इंडिया मेज़ सम्मिट में कही।

कृषि मंत्री ने कहा कि मक्का के विविध प्रयोगों को देखते हुए केन्‍द्र सरकार विभिन्‍न स्कीमों के माध्‍यम से इसकी खेती को बढ़ावा दे रही है। राष्‍ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन (एनएफएसएम) के तहत सरकार मक्‍का के बीजों पर (हाइब्रिड बीज पर ५० रूपये प्रति किलोग्राम और कम्‍पोजिट किस्‍म पर १५ रूपये प्रति किलोग्राम) सब्सिडी प्रदान कर रही है। हरित क्रांति के मूल राज्‍यों में (पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश) फसल विविधीकरण को बढ़ावा देने के लिए केन्‍द्र सरकार मक्‍के की खेती को बढ़ावा देने के लिए बीज/ग्रेन ड्रायर, शेलर, सीड प्‍लांटर आदि जैसी मशीनरी उपलब्‍ध करा रही है।

राधामोहन सिंह ने इस अवसर बताया कि बिहार दुनिया में मक्के की महाशक्ति बन कर उभरा है और यह राज्य मक्का उत्पादन में मध्य पश्चिमी अमेरिकी राज्यों को चुनौती दे रहा है। बिहार में गंगा नदी के उत्तर एवं कोसी नदी के दोनों ओर पूर्णिया, कटिहार एवं भागलपुर से लेकर मधेपुरा, सहरसा, खगड़िया एवं समस्तीपुर का क्षेत्र मक्का क्षेत्र बन गया है। यहां के किसान ५० क्विंटल या इससे ज्यादा मक्का प्रति एकड़ उपजा रहे हैं।

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