.....तो इसलिए दो दिन तक मधुमक्खियों ने किया कार का पीछा

.....तो इसलिए दो दिन तक मधुमक्खियों ने किया कार का पीछा
आपने लोगों के पीछा करने के बारे में तो सुना ही होगा लेकिन क्या आपने कभी सुना है है कि मधुमक्खियों ने एक कार का पीछा किया हो तो हम आपको बताते हैं कि ऐसा क्यों हुआ...मधुमक्खियों के झुंड में एक ही रानी मधुमक्खी होती है। वह रानी मधुमक्खी ही पूरे ग्रुप की लीडर होती है। अगर रानी मधुमक्खी पर कोई परेशानी आ जाए तो सभी मधुमक्ख्यिां सर्तक हो जाती है। ऐसा ही कुछ नजारा यूके में देखने को मिला, जब एक रानी मधुमक्खी कार की डिक्की में कैद हो गई और उसे बचाने के लिए करीब 20 हजार मधुमक्खियां उस कार के पीछे लग गई।
ये मधुमक्ख्यिां दो दिनों तक उस कार का पीछा करती रही। एक अंग्रेजी वेबसाइट के अनुसार पश्चिमी वेल्स में स्थित हावरवोर्डशायर में रहने वाली 65 वर्षीय कैरोल होवार्थ की कार पर मधुमक्खियों का झुंड नजर आ रहा था। मधुमक्खियों के झुंड को नेशनल पार्क रेंजर और अन्य लोगों ने हटाने की कोशिश की लेकिन वे सफल नहीं हो सके। 22 मई को कैरोल शॉपिंग के लिए गई थी।
कैरोल ने अपनी कार पार्क की। कैरोल की कार की डिक्की में गलती से रानी मधुमक्खी कैद हो गई। रानी मधुमक्खी को बचाने के लिए दल की 20 हजार मधुक्ख्यिां 2 दिनों तक कैरोल की कार का पीछा करती रही। जबकि कैरोल इस बात से अंजान थी कि उसकी कार में रानी मधुमक्खी कैद है। पेम्ब्रोकशायर के बी-कीपर रॉजर बर्न के अनुसार उन्होनें मक्खियों को हटाने के लिए उन्हें एक कार्डबोर्ड में भरने की कोशिश की।
इस पर कुछ कुछ मक्खियों ने डंक मारे और कुछ बच गई। बर्न ने उस कार्डबोर्ड को वहीं रखा ताकी बची हुई मक्खियां वहां से उड जाए लेकिन ऐसा नहीं हुआ। रॉजर के अनुसार वो 30 साल से यह काम कर रहे हैं लेकिन उन्होंने ऐसा पहले कभी नहीं देखा की रानी मक्खी के लिए पूरा झुंड कार का दो दिन तक पीछा करता रहे।