पटवारी को दस हजार की रिश्वत लेते पकड़ा

ओलावृष्टि की सहायता राशि के मामले में मांगे थे पैसे
ग्वालियर। ओलावृष्टि से खराब हुई फसल की सहायता राशि के चैक बनाने के लिए रिश्वत मांगने वाले पटवारी और दलाल को लोकायुक्त की टीम ने दस हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। जबकि पीडि़त किसानों की शिकायत पर लोकायुक्त ने मामला पहले ही दर्ज कर लिया था।
हस्तिनापुर थाना क्षेत्र के ग्राम दुहिया में रहने वाले रामनिवास गुर्जर और रामलखन गुर्जर की गेहूं और सरसों की फसल ओलावृष्टि से तबाह हो गई थी। सरकार की तरफ से ऐसे किसानों के लिए ओलावृष्टि सहायता रशि दी जा रही है। उक्त दोनों किसानो से पटवारी विनोद गौड़ सहायता राशि उपलब्ध कराने के लिए दस हजार रुपए की मांग कर रहा था। किसानों ने लोकायुक्त से इसकी शिकायत कर दी और ढाई हजार रुपए पहले ही पटवारी को दे दिए थे, बाकी के रुपए देने के लिए किसान पटवारी विनोद के घर गौतम नगर बी-11 पर दोपहर को पहुंच गए। लोकायुक्त की टीम मौके पर तैयार थी, रामलखन और रामनिवास ने साढ़े सात हजार रुपए पटवारी के दलाल बबलू राजौरिया को दे दिए उसने पूरी रकम गिनने के बाद पटवारी को जैसे ही दी वहां पर लोकायुक्त की टीम ने उन्हें रंगे हाथ रिश्वत लेते पकड़ लिया। रिश्वत लेते पकड़े गए दलाल और पटवारी के हाथ धुलवाए गए तो उनके हाथों से गुलाबी रंग निकला। लोकायुक्त टीम ने इनके खिलाफ मामला और टेप से आवाज की रिकार्डिंग पहले ही दर्ज कर ली थी।
टेम्पो वाले को बनाया था दलाल
पटवारी विनोद गौड़ ने अपनी बस्ती में ही रहने वाले टेम्पो चालक बबलू राजौरिया को लेनदेन के लिए दलाल बना रखा था। पटवारी के जितने भी मामले रकम से सम्बधित होते थे, वह दलाल ही करता था। किसानों से भी दलाल ने रकम ली थी और गिनने के बाद पटवारी को थमाई थी।
किसानों ने की थी शिकायत
पहले ईश्वर की मार और फिर रिश्वत की मांग से किसान परेशान हो गए थे। इसके चलते पहले तो उन्होंने ढाई हजार रुपए दे दिए थे लेकिन बाद मे उनक मन पलट गया और लोकायुक्त में शिकायत कर दी। लोकायुक्त ने बीते रोज विनोद गौड़ की रुपए लेनदेन की आवाज रिकार्ड की और मामला दर्ज किया और इसके बाद मंगलवार को कार्यवाही को अंजाम दिया।