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रेलवे स्टेशन पर वेटिंग रूम के एसी फेल

कूलिंग नहीं होने से भड़के यात्री, उप स्टेशन प्रबंधक से की शिकायत, - शिकायत के बाद लगवाए दो नए एसी

ग्वालियर। रेलवे स्टेशन पर स्थित एसी वेटिंग रूम में कूलिंग नहीं होने पर यात्री भड़क गए और हंगामा करने लगे। हंगामे की सूचना मिलते ही संधारण अमला मौके पर पहुंचा, लेकिन उनमें से भी कोई एसी नहीं सुधार सका। इसके बाद यात्रियों द्वारा डिप्टी एसएस से शिकायत की गई, तब आनन-फानन में दो नए एसी लगवाए गए।

प्राप्त जानकारी के अनुसार प्लेटफॉर्म नम्बर-1 स्थित एसी वेटिंग रूम में शनिवार को एसी कूलिंग नहीं कर रहे थे। इसे लेकर यात्री भड़क गए। यात्री सीधे डिप्टी एसएस कॉमर्शियल कार्यालय पहुंचे, जहां यात्रियों ने हंगामा किया। इसके बाद रजिस्टर में शिकायत दर्ज करवाई। यात्रियों के भड़कने पर तत्काल इलेक्ट्रिशियन को भेजा गया, लेकिन वह एसी ठीक नहीं कर पाया। बताया गया है कि बीती रात मोर बाजार निवासी मनोज हुरकट को सदन एक्सप्रेस से हैदराबाद जाना था। इसके चलते वह वेटिंग रूम में बैठे हुए थे, लेकिन वेटिंग रूम के एसी नहीं चलने के बाद उन्होंने भी डिप्टी एसएस के एसी बंद होने की शिकायत की, लेकिन उसके बाद भी विद्युत कर्मी एसी ठीक नहीं कर पाएं। इसके बाद शनिवार को यात्रियों द्वारा किए गए हंगामें के बाद आनन-फानन में दो नए एसी लगवाए गए।

ट्वीटर पर की रेल मंत्री से शिकायत
बीते कई दिनों से रेलवे स्टेशन स्थित आरक्षण कार्यालय के एसी बंद पड़े हैं, जिसके चलते रेल कर्मियों को गर्मी में ही यात्रियों के टिकट बनाने पड़ रहे हैं। इस मामले की शिकायत भी रेल मंत्री सुरेश प्रभु से ट्वीटर के जरिए की गई है, लेकिन उसके बाद भी न यात्रियों को वेटिंग रूम में ठंडी हवा मिल पा रही है और न ही रेल कर्मियों को।

वाटर कूलर से निकल रहा गर्म पानी
रेलवे स्टेशन में लगे वाटर कूलर से ठंडे पानी की जगह गर्म पानी निकल रहा है। गर्मी में यात्रा के दौरान प्यास से बेहाल यात्रियों को मजबूरी में गर्म पानी से प्यास बुझानी पड़ रही है। स्टेशन के सभी प्लेटफार्मों पर लगे वाटर कूलर की यही स्थिति है। ट्रेन के स्टेशन पहुंचने पर ठंडे पानी की आश में यात्री वाटर कूलर की तरफ दौड़ पड़ते हैं, लेकिन उन्हें निराश होना पड़ता है। ट्रेन छूटने के डर से सभी को पानी लेने की हड़बड़ी रहती है। भीड़ के कारण पर्याप्त पानी भी नहीं मिल पाता है। अधिकारियों का कहना है कि गर्मी में वाटर कूलर के पानी की खपत बढ़ जाती है। दूसरी ओर वाटर कूलर को पानी की समुचित सप्लाई नहीं हो पाती है, जिससे पानी समय पर ठंडा नहीं हो पाता है। लोगों का कहना है कि प्लेटफार्मों पर यात्री संख्या के अनुपात में वाटर कूलर पर्याप्त नहीं हैं। स्टेशन के सभी प्लेटफार्मों पर मात्र 17 स्थानों पर वाटर कूलर लगे हैं, जिनमें पांच वाटर कूलर खराब हैं। इनमें से कुछ में ही ठंडे पानी की व्यवस्था है।

Updated : 24 April 2016 12:00 AM GMT
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