बुरुंडी में पुलिस बल तैनात करेगा संयुक्त राष्ट्र

जिनेवा। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने मध्य अफ्रीका के देश बुरुंडी में पुलिस तैनाती से जुड़े एक प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। इसे फ्रांस ने तैयार किया है और जिसमें महासचिव मून से 15 दिनों के अंदर तैनाती कैसे हो उसके उपायों की एक सूची तैयार करने को कहा है।
बुरुंडी में पिछले साल राष्ट्रपति पिऐरे नकुरुंज़िजा के तीसरी बार राष्ट्रपति बनने के बाद वहां के हालात काफी खराब हैं विपक्ष आरोप लगा रहा है उनका चुना जाना गैरकानूनी है। तब से लेकर अबतक 400 लोगों की मौत हो चुकी है। इस बात की भी आशंका है कि अस्थितरता जातिय हिंसा में बदल जाये।संयुक्त राष्ट्र के अनुसार इस बात के सबूत मिले हैं कि जनवरी में एक जांच के दौरान राष्ट्रपति के सुरक्षा दस्ते ने विपक्षी नेता की तलाश के दौरान एक महिला का बलात्कार किया था। साथ ही उन्हें सामूहिक कब्र जैसी कहानी भी सुनने को मिली हैं।
मामले में महासचिव को स्थानीय सरकार से अनुमति लेनी होगी लेकिन राष्ट्रपति इसके लिये तैयार नहीं हैं। 2015 में बड़े राजनीतिक घटनाक्रम में राष्ट्रपति पिऐरे नकुरुंज़िजा ने तीसरी बार चुनाव लड़ा जिसके बाद से वहां हुये संसदीय और राष्ट्रपति चुनावों की दुनियाभर में आलोचना हो रही है।
बुरुंडी 20वीं शताब्दी से पहले एक स्वतंत्र राज्य था इसके बाद जर्मनी ने उसे अपना उपनिवेश बनाया। द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद यह बेल्जियम के हाथों में चला गया। मध्य अफ्रीका में चारों तरफ से जमीन से घिरे इस देश में तवा, हुतु और तुतसी तीन जातियां हैं। उपनिवेशिक काल में तुतसी और हुतु में सामाजिक अंतर पैदा हुआ जिससे क्षेत्र में अस्थिरता पैदा हो गई। 1962 में आजादी के बाद यहां साम्राज्यवाद रहा लेकिन बाद में दो ग्रहयुद्धों और राजनीतिक षड़यंत्रों के चलते इसे गणतंत्र घोषित कर दिया गया। बुरुंडी दुनिया के सबसे गरीब और अविकसित देशों में आता है।