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भागवत कथा में किया कृष्ण विवाह का वर्णन

मऊरानीपुर। लखेरी नदी के तट पर स्थित जागेश्वर आश्रम पर 9वां श्री विष्णुमहायज्ञ एवं श्रीमदभागवत कथा के छठवें दिवस की कथा में भगवान श्री कृष्ण रूकमणि विवाह की लीला एवं कंस वध की कथा में कथाव्यास कृष्णबिहारी तिवारी शास्त्री उर्फ टिंकू महाराज कोटरा जालौन ने कहा भगवान श्रीकृष्ण के प्रति बृज की गोपियों जैसा अनुराग, प्रेम और समर्पण की जरूरत है तथा परमात्मा से नाता जुड़ पायेगा। कथा व्यास ने कहा कि भगवान के चरणसेवक बनने में जो मिठास है, वह किसी और में नहीं है। कथाव्यास ने कहा जो व्यक्ति अपने अपमान से दु:खी हो जाये, समझ लो वह अभिमानी है।

अहंकार की दुख का कारण है। कथा व्यास ने कहा कि जीवन में एक बेटी का कन्यादान सभी को करना चाहिये। इससे बड़ा धर्म और पुण्य नहीं है। समाज के मंगल कार्यों में खुद को शामिल करने से संतों का आर्शीवाद पद, समाज और प्रतिष्ठा सभी प्राप्त होता है। अध्यक्षता कर रहे संतपाल महाराज सेमरी ने मानस शंकर जी के विवाह का विस्तार से वर्णन किया। इस मौके पर रामनारायण मुखिया, साहब सिंह, रामाधार ंिसह यादव, अमर सिंह, शैलेंद्र सिंह, अजय, प्रेमनारायण, प्रशंात, बबलू यादव, अनिल राज,बादाम सिंह, सोबरन सिंह, देवकी नंदन, बहादुर सिंह, चिंतामन, गजराज संतराम, मुन्ना, बैकुण्ठ, बल्लू, हिप्पी राजा, महेश, गुडडू, मिहरबान, गंधर्व, जगभान, उपेंद्र, रामगोपाल, रक्षपाल, कम्मोद,घनेंद्र,लालू, मानवेंद्र, मनीष, देव, योगेश, मानवेंद्र, अंकित आदि श्रृद्घालु मौजूद रहेे।

जिला पंचायत सदस्य पवन प्रेमनारायण ने बताया कि राई एवं लोक नृत्य का आयोजन 9 मार्च को रात्रि आठ बजे राजेंद्र गुर्जर एण्ड चंदादेवी के कलाकारों द्वारा प्रस्तुतियां दी जायेगी। जिसकी अध्यक्षता ब्लाक प्रमुख बड़ागांव कैलाश नारायण यादव द्वारा की जायेगी। इसी दिन श्री विष्णुमहायज्ञ एवं श्री मदभागवत कथा का भण्डारा होगा।

Updated : 9 March 2016 12:00 AM GMT
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