उदय योजना में शामिल होने वाला सातवां राज्य बना पंजाब

नई दिल्ली। बिजली वितरण कंपनियों (डिस्कॉम) के पुनरोद्धार की उदय योजना में शामिल होने वाला पंजाब सातवां राज्य बन गया है। इस योजना में शामिल होने के बाद आने वाले तीन सालों में इस कार्यक्रम के जरिए 5,475 करोड़ रुपए की बचत करने में मदद मिलेगी। केंद्र सरकार को उम्मीद है कि जम्मू-कश्मीर भी आगामी सप्ताह में उदय योजना में शामिल हो जाएगा। राज्य ने पहले ही इस योजना की शर्तों को अंतिम रूप दे दिया है। इसके अलावा दो अन्य राज्य आंध्र प्रदेश और हरियाणा की इस योजना में शामिल होने के लिए औपचारिक करार कर सकते हैं।
पंजाब के उदय योजना में शामिल होने के बाद डिस्कॉम का 1.6 लाख करोड़ रुपए का ऋण इस कार्यक्रम के तहत आ चुका है। यह देश में डिस्कॉम के कुल 4.3 लाख करोड़ रुपए बकाया ऋण का करीब 37 प्रतिशत है। इस योजना में शामिल होने के करार पर शुक्रवार शाम बिजली मंत्री पीयूष गोयल और पंजाब के उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल की मौजूदगी में हस्ताक्षर किए गए।
इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री बादल ने कहा कि उदय योजना से शामिल होने के बाद पंजाब को बड़ा फायदा होगा। राज्य को इससे पांच हजार करोड़ रुपए से अधिक की बचत होगी और बिजली विभाग को केवल ब्याज पर ही 600 करोड़ रूपए का लाभ होगा। इसके तहत तीन साल में बिजली की सकल तकनीकी और वाणिज्यिक तथा ट्रांसमिशन हानि को 14 प्रतिशत और 2.5 प्रतिशत तक सीमित करने का लक्ष्य है। इससे ।,600 करोड़ रुपए का अतिरिक्त राजस्व प्राप्त होगा। इसी तरह परिचालन में सुधार से 1250 करोड़ रुपए का लाभ होगा।