पंचायत कर्मियों की हड़ताल से कामकाज ठप

दसवें दिन भी जारी रही हड़ताल

ग्वालियर। मांगों को लेकर पंचायत कर्मचारियों द्वारा दसवें दिन भी प्रदर्शन जारी रहा। कलमबंद हड़ताल से पंचायत का कामकाज भी प्रभावित होने लगा है। दसवेें दिन बड़ी संख्या में कर्मचारी धरना-प्रदर्शन में शामिल हुए। यहां जमकर नारेबाजी की गई। जानकारी के मुताबिक मप्र पंचायत सचिव, सहायक सचिव और मनरेगा अधिकारी, कर्मचारी संघ के संयुक्त तत्वावधान में गुरूवार को भी कर्मचारियों की कलमबंद हड़ताल जारी रही।

धरने में शामिल देवेन्द्र सिंह कुशवाह ने बताया कि संघ की 13 सूत्रीय मांगों के संबंध में शासन द्वारा किसी भी प्रकार का विचार नहीं किया गया है। जिससे कर्मचरियों में रोष व्याप्त है। छह माह से कर्मचरियों को वेतन नहीं मिला है।
पंचायत कर्मचारियों द्वारा छठवें वेतनमान लागू किए जाने, अनुकम्पा नियुक्ति का प्रावधान किए जाने, पदोन्नति एवं क्रमोन्नति दिए जाने, रोजगार सहायकों को सहायक सचिव घोषित किए जाने, निश्चित वेतनमान लागू किए जाने सहित कई मांगें शामिल है।


दसवें दिन में कामकाज ठप पंचायत कर्मचारियों के हड़ताल पर चले जाने के कारण कई कार्य प्रभावित होने लगे हैं। हड़ताल के कारण ग्राम पंचायतों के ताले नहीं खुल पाए। मनरेगा अधिकारी के ब्लॉक अध्यक्ष नवदीप गर्ग ने बताया जब तक मांगें पूरी नहीं हो जाती है तब तक प्रदर्शन जारी रहेगा।

चक्कर काट रहे लोग
पंचायत कर्मियों की हड़ताल से कई लोग अधिकारियों के चक्कर काट रहे हैं। पंचायत कर्मियों के लगातार चल रहे धरने के कारण विभिन्न तरह के निर्माण कार्य और योजनाएं पूरी तरह से ठप हो गई हैं। हालात यह हैं कि ग्रामीण क्षेत्रों से अपनी समस्याएं लेकर जिला पंचायत के चक्कर काट रहे हैं। इससे शासन की योजनाओं का जनता को लाभ नहीं मिल पा रहा है। छोटी-छोटी समस्याएं लेकर ग्रामीण अधिकारियों के चक्कर काट रहे हैं।

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