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राकेश मरखेड़कर

राकेश मरखेड़कर
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चम्पाखेड़ी से 'मेक इन इंडिया तक का सफर'

राकेश मरखेड़कर

मध्य प्रदेश स्थित विदिशा जिले में एक तहसील है नटेरन। इसी नटेरन तहसील में एक छोटा सा गांव है चम्पाखेड़ी। चम्पाखेड़ी गांव की ही एक प्रतिभा आज देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में ही नहीं देश में अपना विशिष्ट मुकाम बनाने में सफल हुई है। इस प्रतिभा का नाम है राकेश मरखेड़कर। बहुमुखी प्रतिभा के धनी मरखेड़कर एक बड़े किसान हैं, उद्योगपति हैं और समाजसेवी भी। कान्फेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्रीज (सीआईआई) के उपाध्यक्ष श्री राकेश मरखेड़कर देश की विख्यात विक्रान इंजीनियरिंग एंड एक्जिम प्रायवेट लिमिटेड के अध्यक्ष एवं प्रबंध संचालक हैं।

"श्री मरखेड़कर की विशिष्ट योग्यताओं को देखते हुए उन्हें प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने महत्वाकांक्षी अभियान मेक इन इंडिया में कार्यकारी परिषद का सदस्य भी बनाया है"

श्री मरखेड़कर औद्योगिक एवं व्यवसायिक जगत की एक ऐसी विशिष्ट हस्ती मानी जाती है जिसने हमेशा अपनी भूमिका में निर्वहन में अपना सौ फीसदी दिया। आप बजाज इलेक्ट्रिकल्स में चेयरमेन एवं सीईओ रहे। ईरा ग्रुप, के.ई.आई ग्रुप में सीईओ रहे। कतर में वोल्टाज इंजीनियरिंग में कंट्री हेड रहे। आज ये सभी विख्यात समूह श्री मरखेड़कर के कार्यकाल में हुई उपलब्धियों के साक्षी हैं।

श्री मरखेड़कर वर्ष 2009 में टाइम्स ऑफ इण्डिया द्वारा यंग अचीवर अवार्ड से भी सम्मानित हो चुके हैं। श्री मरखेड़कर को भारत के साथ-साथ न्यूजीलैण्ड और मिडिल ईस्ट में अच्छा व्यवसाय प्रबन्ध करने का लगातार 25 वर्ष का अनुभव भी है। श्री मरखेड़कर वर्ष 2006 से भारत के ऊर्जा क्षेत्र और अधोसंरचना में सबसे कम उम्र के सीईओ रहे हैं। श्री मरखेड़कर भारत के प्रधानमंत्री की स्वपनिल योजना मेक इन इण्डिया प्रोजेक्ट के ऊर्जा एवं अधोसंरचना क्षेत्र के कार्यकारिणी सदस्य हैं। आप द इकोनोमिक टाइम्स (टाइम्स ऑफ इण्डिया ग्रुप) बोर्ड के परामर्श दाता (एडवाइजरी बोर्ड मेम्बर) भी नियुक्त हो चुके हैं। इससे पहले आप वर्ष 2003- 2007 तक सऊदी अरेबिया सरकार के ऊर्जा विभाग के परामर्शदाता रह चुके हैं।

आप विभन्न आईआईएम, नर्सीमोंजी इन्स्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेन्ट स्टडीज, जेवीयर इन्स्टीट्यूट, सिम्बोयोसिस इंस्टीट्यूट ऑफ मेनेजमेंट आदि संस्थानों में अतिथि शिक्षक के रूप में काम कर रहे हैं। आप कई शैक्षणिक संस्थाओं में जैसे आईआईटी मुंबई, आईआईटी दिल्ली, आईआईएम इन्दौर एवं राजीव गांधी टैक्नीकल यूनिवर्सिटी, भोपाल में आप कैरियर काउंसलर भी हैं। आप वर्ष 2014 में मार्केनोमी अवार्ड ( इनरसिया फाउण्डेशन) द्वारा ''इन्फ्रा परसोना ऑफ द ईयर'' अवार्ड के लिए चुने गए और वर्ष 2015 में पावर सेक्टर के ''मार्केनोमी एण्ड फालकन- इन्फ्रा परसोना ऑफ द ईयर'' अवार्ड प्राप्त किया है। आपकी ''सिक्स सिगमा'', ''सिस्टम इम्प्रूवमेंट'', ''एसेट स्वेटिंग एक्र्साईज'' की टीम में प्रबंधकीय सक्रिय भूमिका है।

श्री मरखेड़कर इन व्यस्तताओं के बावजूद पारंपरिक खेती को उन्नत करने में भी अपना योगदान देते हैं। साथ ही वे अपने आपको विशिष्ट मानने से बेहद विनम्र शब्दों में इनकार करते हैं। आपका मानना है कि मेहनत, लगन एवं अनुशासन से व्यक्ति अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सकता है। श्री मरखेड़कर का यह भी मानना है कि निष्ठा एवं प्रामाणिकता जीवन की सबसे बड़ी पूंजी है और व्यक्ति को इसे हर कीमत पर बनाए रखना चाहिए।

श्री मरखेड़कर के परिवार में उनकी पत्नी श्रीमती कंचन मरखेड़कर हैं। आप विक्रान इंजीनियरिंग में संचालक हैं। दो पुत्र हैं बड़ा पुत्र नकुल मरखेड़कर भी विक्रान इंजीनियरिंग मे संचालक है। छोटा विपुल अभी मुंबई के प्रतिष्ठित नरसी मुंजी इंस्टीट्यूट से एम.बी.ए में अध्ययनरत है।

Updated : 18 March 2016 12:00 AM GMT
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