प्रदर्शन कर रहे ऑटो चालकों और आरपीएफ जवानों में विवाद

आपस में मारपीट,पुलिस ने चलाई लाठियां, अब आंदोलन तेज करेंगे ऑटो चालक
ग्वालियर। पार्किंग का स्थान बदले जाने का विरोध कर रहे ऑटो-रिक्शा चालकों का गुरुवार की सुबह स्टेशन बजरिया में पुलिस के बीच विवाद हो गया। प्रदर्शन कर रहे एक ऑटो चालक के साथ धक्कामुक्की करने पर विवाद और ज्यादा बढ़ गया। इसके बाद आरपीएफ के जवानों ने उन पर लाठियां चलाई। पुलिस ने भारतीय मजदूर संघ के नेता मिश्रा और दूबे को हवालात में बंद कर दिया। बताया जाता है कि ऑटो चालकों ने थाने में घुसकर उन्हें छुड़ाने की कोशिश की। विवाद के दौरान ऑटो-रिक्शा चालकों ने एक पुलिस कर्मी से हाथापाई भी कर दी, लिहाजा वज्र वाहन बुला लिया गया। पुलिस और प्रशासन के अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए।
तीन दिन से कर रहे विरोध
अपनी रोजी-रोटी छिनने से स्टेंड बदले जाने का विरोध कर रहे ऑटो-रिक्शा चालकों और पुलिस के बीच संघर्ष के बाद रेलवे-स्टेशन सर्कुलेटिंग एरिया में पड़ाव थाने से भी पुलिस बल पहुंच गया। यहां आधा सैंकड़ा जवानों को तैनात किया गया। रेलवे-स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर-1 पर लंबे अरसे से स्थापित ऑटो-पार्किंग की जगह बदलने का चालक पिछले तीन दिनों से विरोध कर रहे हैं। रेलवे ने सिर्फ 30 ऑटो खड़े करने का स्थान तय किया है जबकि स्टेशन पर लगभग 250 ऑटो चालक हैं।
थाने के सामने बैठकर किया प्रदर्शन
ऑटो चालकों की लड़ाई लड़ रही भारतीय मजदूर संघ और ऑटो-रिक्शा चालक संघ आरपीएफ थाने के सामने बैठ कर विरोध-प्रदर्शन कर रेलवे और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। इस बीच अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक दिनेश कौशल भी मौके पर पहुंचे और ऑटो-रिक्शा चालक संघ के पदाधिकारियों से चर्चा की।
उधर ऑटो रिक्शा चालक संघ के महामंत्री महावीर किरार ने बताया कि रेलवे प्रशासन द्वारा ठेकेदार को लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से गरीब ऑटो रिक्शा चालकों एवं आम जनता की सुविधाओं को दरकिनार करते हुए जबरदस्ती कब्जा हटाया जा रहा है। आर.पी.एफ और जिला पुलिस द्वारा ऑटो चालकों पर बल प्रयोग किए जाने के विरोध में प्लेटफार्म क्र. 1 पर अनिश्चित कालीन धरना दिया जाएगा। ऑटो चालकों उमाशंकर चौरसिया, संजीव भदौरिया, महेन्द्र कुशवाह, दिलीप कुशवाह, महेन्द्र ङ्क्षसह, विजय गुरू, दिनेश तिवारी, रामसेवक शर्मा, मनीष शिवहरे, संतोष पंडित, तारासिंह माहौर आदि ने सभी ऑटो चालकों से धरने में शामिल होने की अपील की है। धरने में विभिन्न संगठनों से जुड़े ऑटो चालक भी शामिल होंगे।
इन्होंने कहा
ऑटो चालकों ने विवाद करना शुरू किया था। हमने उन्हें समझाने का प्रयास किया तो उन्होंने धक्कामुक्की की। हमने लाठीचार्ज नही किया है।
टीके अग्निहोत्री
आरपीएफ थाना प्रभारी