इनकी आंखों में है अंधत्व मुक्त भारत का सपना

करीब 2600 मील की पदयात्रा पर निकले ग्रेवाल
ग्वालियर। वर्ष 2018 तक भारत को कार्नियल अंधत्व से मुक्त कराने का सपना लेकर एक अप्रवासी भारतीय कन्या कुमारी से दिल्ली तक की करीब 2600 मील की पदयात्रा पर निकल पड़ा है। इस यात्रा के दौरान जगह-जगह लोगों के बीच में नेत्रदान के प्रति जागरुकता का संदेश दिया जा रहा है। यह यात्रा चार अप्रैल को दिल्ली पहुंचेगी। इस यात्रा का रविवार को डबरा पहुंचने पर कई संस्थाओं ने स्वागत किया। यह यात्रा मंगलवार की शाम को सिथौली पहुंचेगी, जहां विभिन्न संस्थाओं द्वारा यात्रा का स्वागत किया जाएगा।
कॉर्नियल अंधत्व मुक्त भारत अभियान पर निकले 80 वर्षीय अप्रवासी भारतीय बॉबी बलवंत सिंह ग्रेवाल ने कहा कि नेत्रदान सबसे बड़ा दान है। लोगों को बेझिझक नेत्रदान के लिए आगे आना चाहिए। उन्होंने बताया कि सक्षम संस्था से प्रेरणा लेकर नेत्रदान के लिए जनजागरण आरंभ किया है। वर्ष 2005 में अमृतसर से दिल्ली तक पद यात्रा कर चुके हैं। हाल ही में कन्या कुमारी से लेकर नागपुर होते हुए नई दिल्ली तक की 2600 मील की यात्रा प्रारंभ की है, जिसका पड़ाव आज डबरा है। इस माह के अंत तक यात्रा पूरी होने की संभावना है। इस यात्रा को बॉबीज वॉक फुल सर्कल का नाम दिया गया है। उन्होंने कहा कि संस्था सक्षम एवं इंडिया एसोसिएशन यूके संयुक्त रूप से लोगों को नेत्र दान के लिए प्रेरित कर रही है। कॉर्नियल अंधत्व के मुख्य कारण चोट, संक्रमण व विटामिन ए की कमी आदि हंै।