बुबाई से पूर्व कराएं मृदा की जांच : राव

झांसी। फसलों की अच्छी पैदावारी के लिये बुबाई से पहले मिटटी के स्वास्थ्य की जांच जरूर करा ली जाये। जिससे बीमारी की जानकारी हो सके और मिटटी का उपचार दिया जा सके। मिटटी जब स्वास्थ्य होगी तो कम पानी की जरूरत होगी। फसलों की अच्छी पैदावारी के लिए ऐसे कई उपायों को लेकर बुन्देलखण्ड में झांसी नरायण बाग में मण्डलायुक्त झांसी की अध्यक्षता में किसान मेला का आयोजन किया गया।
झांसी के नारायण बाग में एग्रो क्लाइमेटिक जोन किसान मेला एवं प्रर्दशनी का आयोजन किया गया। जिसका उदघाटन झांसी मण्डलायुक्त के. राम मोहन राव रहे। किसान मेले में मण्डलायुक्त ने दूर दराज एवं चित्रकूट से आये किसानों को जानकारी देते हुये कहा कि किसानों को पारम्परिक खेती पद्धति का उपयोग कर जैविक खाद का प्रयोग करना चाहिए। इसे अपनाने से आर्थिक स्थिति में सुधार होगा। सरकार ने भी अनेक योजनायें चलाई है। जिनका उपयोग कर कृषि में लाभ ले सकते है। शासन द्वारा वर्मी नैडेफ उत्पादन में किसानों को अनुदान दिया जा रहा है। जिसका किसान लाभ ले सकते है। इस दौरान मण्डलायुक्त ने किसानों को अपनी बेटियों को शिक्षित बनाने का भी जोर दिया। क्यों कि शिक्षा से नजरिया और सोच को बदला जा सकता है। नजरिया औैर सोच जब बदलेगी तो नई तकनीकी को अपना कर लाभ उठाया जा सकता है।
इसके अलावा खुले में शौच करने पर पूरी तरह से रोक लगाई जा सके। जिससे हम अपने परिवार को बीमारियों से बचा सकते है। सूखे से जूझ रहे किसानों को राहत पहुंचाने के लिये सरकार द्वारा गांव में ही रोजगार उपलब्ध कराने का प्रयास किया जा रहा है। जिससे वे गांव में ही रहकर मनरेगा के अन्तर्गत रोजगार प्राप्त कर सकते है। इसी क्रम में संयुक्त कृषि निदेशक एस.के अग्निहोत्री ने बताया कि यह मेला 5 दिवसीय है। जिसमें 7 जिलों के किसान भाग लेंगे। मेले में कृषि वैज्ञानिक वातावरण के अनुसारा खेती कार्यों की सलाह देते हुये जानकारी देंगे। इस मौके पर उप कृषि निदेशक डा. यूपी सिंह, डीडी भूमि संरक्षण एमएस चौहान, डीडी जलागम, जे.एम श्रीवास्तव समेत अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।