नपाध्यक्ष कुशवाह को उनके उपाध्यक्ष और भाजपा पार्षदों ने मिलकर दिखाया आईना
अंतत: नहीं हो सकी परिषद की बैठक
शिवपुरी। नगरपालिका अध्यक्ष मुन्नालाल कुशवाह का कांग्रेसी पार्षदों के बीच नेतृत्व सवालों के घेरे में आ गया है। उन्हें चुनौैती उनकी ही पार्टी के नपा उपाध्यक्ष अन्नी शर्मा ने दी है। अन्नी शर्मा के नेतृत्व में कांग्रेस पार्षदों ने भाजपा पार्षदों के साथ हाथ मिलाकर परिषद की बैठक नहीं होने दी। 39 सदस्यीय सदन में नपा उपाध्यक्ष को बैठक के लिए परिषद में 13 पार्षदों की उपस्थिति आवश्यक थी, लेकिन आधा घंटे तक बैठक स्थगित करने के बाद परिषद में कुल 10 पार्षद ही आ सके। इनमें सात महिला पार्षद और दो पुरुष पार्षद थे। भाजपा के साथ 21 पार्षदों और नपा उपाध्यक्ष अन्नी शर्मा के साथ उन सहित आठ कांग्रेसी पार्षदों ने परिषद की बैठक में अपनी अनुपस्थिति दर्ज कराई।
भाजपा पार्षद भानु दुबे और हरिओम नरवरिया ने अनुपस्थिति पर तर्क प्रस्तुत करते हुए कहा कि हम यह सिद्ध करना चाहते हैं कि परिषद सर्वोपरि है न कि अध्यक्ष। आज की बैठक में अनुपस्थित रहकर हमने अध्यक्ष को उनके उस बयान का जवाब दिया है जिसमें उन्होंने कहा था कि मैं अध्यक्ष हूं और मैं जो चाहूंगा वह नगरपालिका में होगा। वहीं नपा उपाध्यक्ष अन्नी शर्मा की प्रतिक्रिया और ज्यादा तीव्र है। उनका कहना है कि अध्यक्ष नगरपालिका को अपनी प्रा.लि. कंपनी बनाना चाहते हैं जिसमें हम सहभागी नहीं बनेंगे। श्री शर्मा ने अध्यक्ष और उनकी टीम पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप भी लगाये।
उच्च न्यायालय से राहत मिलने के बाद नगरपालिका अध्यक्ष मुन्नालाल कुशवाह का अंदाज काफी आक्रामक रहा। नगरपालिका में आने के बाद सबसे पहले उन्होंने अपने उपाध्यक्ष अन्नी शर्मा पर हमला बोला। श्री शर्मा ने परिषद की बैठक एक फरवरी को आहूत की थी, लेकिन अध्यक्ष ने कहा कि नगरपालिका में अब सब मेरे हिसाब से चलेगा और उन्होंने बैठक की तिथि 1 फरवरी से बढ़ाकर 10 फरवरी कर दी। बाद में मध्यस्थता के पश्चात यह तारीख आठ फरवरी हो गई। परिषद की बैठक सुचारू रूप से संपन्न हो जाए इसके लिए नपाध्यक्ष मुन्नालाल कुशवाह ने पार्षदों के लिए बैठक से पूर्व भोज का आयोजन किया जिसमें बड़ी संख्या में कांग्रेस पार्षद उपाध्यक्ष सहित अनुपस्थित रहे। हालांकि इक्का-दुक्का भाजपा पार्षदों की बैठक में उपस्थिति रही लेकिन आज की बैठक में कोरम पूरा नहीं हो पाएगा इसकी किसी को कानों-कान खबर भी नहीं हुई।
सूत्र बताते हैं कि सोची-समझी रणनीति के तहत नपाध्यक्ष को अलग-थलग करने के लिए उपाध्यक्ष अन्नी शर्मा और भाजपा के नगर अध्यक्ष तथा पार्षद भानु दुबे के बीच प्रेम की पीगें बढ़ीं। इसमें तय हुआ कि परिषद की बैठक में न तो भाजपा पार्षद जायेंगे और न ही बड़ी संख्या में कांग्रेसी पार्षद। आज परिषद की बैठक सुबह 11:30 बजे शुरू होनी थी। लेकिन आधा घंटा इंतजार करने के बाद कुल जमा आठ पार्षद ही बैठक में उपस्थित हुए जिनके नाम हैं- आकाश शर्मा, इस्माईल खां, मुन्नी अग्रवाल, वर्षा गुप्ता, शाईस्ता खान, जरीना शाह, बैजंती देशबारी, ज्योति धाकड़ इनमें कांग्रेसी पार्षदों की संख्या मात्र पांच है। लेकिन बैठक के लिए एक तिहाई पार्षदों अर्थात 13 पार्षदों की उपस्थिति आवश्यक थी। इस कारण मुख्य नगर पालिका अधिकारी रणवीर कुमार ने कोरम पूरा करने के लिए आधा घंटे के लिए बैठक स्थगित की। आधा घंटे पश्चात जब बैठक शुरू हुई तो उसमें दो अन्य महिला पार्षद श्रीमती मीना आर्य और श्रीमती मनीषा गुर्जर ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। आधा घंटे पश्चात बैठक शुरू होने के बाद मुख्य नगर पालिका अधिकारी रणवीर कुमार ने नपा अधिनियम की धारा 61 (2) के तहत जानकारी दी कि गणपूर्ति न होने पर सम्मेलन अगले दिन या किसी अन्य दिन के लिए स्थगित कर दिया जाएगा और इसके बाद सम्मिलन में गणपूर्ति आवश्यक नहीं है। इस धारा से अध्यक्ष खेमे में खुशी की लहर दौड़ गई और परिषद की बैठक कल 9 फरवरी को सुबह 11 बजे आहूत करने का निर्णय लिया।
उपाध्यक्ष के नेतृत्व में ये पार्षद रहे अनुपस्थित
बैठक में नपा उपाध्यक्ष अन्नी शर्मा के नेतृत्व में अनुपस्थित रहने वाले पार्षदों में शामिल हैं राजकुमार पाल, श्रीमती किरण सैन, श्रीमती लक्ष्मी राठौर, पवन शर्मा, श्यामलाल राजे, संजय परिहार और राजेन्द्र यादव। इस तरह से कुल आठ पार्षद उपाध्यक्ष के खेमे में खड़े नजर आए।
भाजपा और निर्दलीय 21 पार्षदों ने किया बहिष्कार
भाजपा और निर्दलीय 21 पार्षदों ने परिषद की बैठक का बहिष्कार किया इनके नाम हैं भानु दुबे, अरुण पंडित, विजय खन्ना, चंद्रकुमार बंसल, लालजीत आदिवासी, श्रीमती रेखा परिहार, विष्णु राठौर, मनीष गर्ग मंजू, नीलम बघेल, सुरेन्द्र रजक, हरिओम नरवरिया, अनीता भार्गव, ममता शेजवार, पंकज महाराज, गौरव चौबे और मालती जैन।
अन्नी शर्मा मसाज करा रहे हैं: मुन्नालाल
परिषद की बैठक में पहली बार कोरम पूरा न होने पर नपाध्यक्ष मुन्नालाल कुशवाह ने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को पूरी बात से अवगत कराया और उन्होंने खुलकर नपा उपाध्यक्ष अन्नी शर्मा के खिलाफ मोर्चा खोला और आरोप लगाया कि वह भाजपा के साथ मिलकर नगर के विकास में अड़ंगा लगा रहे हैं।
इसके बाद श्री कुशवाह ने बैठक में आने के लिए अन्नी शर्मा को मोबाइल किया तो बकौल श्री कुशवाह, उधर से किसी ने कहा कि अन्नी शर्मा मसाज करा रहे हैं।