फुटओव्हर ब्रिज की धीमी पड़ी काम की गति

अशोकनगर। शहर के बीचोंबीच निर्मित हो रहे फुटओव्हर ब्रिज का काम धीमा पड़ गया है। ब्रिज निर्माण कार्य की गति धीमी होने से शहरवासियों को फुटओव्हर ब्रिज की सौगात मिलने में अभी और समय लग सकता है। बीते माह क्षेत्र के भ्रमण पर आए क्षेत्रीय सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने निर्माणाधीन ब्रिज का अवलोकन किया था। उस समय श्री सिंधिया ने कहा था कि नये वर्ष में शहरवासियों को फुट ओव्हर ब्रिज की सुविधा मिलना शुरू हो जाएगी मगर काम की गति को देखते हुए नही लगता कि आगामी कुछ और महीनों तक ब्रिज की सुविधा मिल पाए।
उल्लेखनीय है कि वर्षों से रेलवे फाटक की समस्या से जूझ रहे शहरवासियों को तत्कालीन केन्द्रीय मंत्री श्री सिंधिया ने अण्डर ब्रिज के बजाय फुट ओव्हर ब्रिज निर्माण की स्वीकृति दिलाकर कार्य का शिलान्यास किया था। तब से अब तक शहरवासी ब्रिज निर्माण के दौरान शुरू हुई परेशानियों को झेलते आ रहे हैं। उन्हें उम्मीद थी कि आने वाले दिनों में रेलवे फाटक के जाम से मुक्ति मिल जाएगी। वर्ष 2015 पूरा निर्माण कार्य की धीमी गति के चलते गुजर गया। सांसद श्री सिंधिया के अवलोकन और निर्माण एजेंसी व अधिकारियों से चर्चा के बाद उन्होंने माह जनवरी में कार्य पूरा होने का भरोसा दिया था। अब माह जनवरी तो ठीक माह फरवरी का एक सप्ताह भी बीत चुका है और कार्य की गति वही धीमी चल रही है। जिससे यही माना जा रहा है कि अभी फरवरी तो ठीक आने वाले कुछ और महीने भी निर्माण कार्य में बीत सकते हैं।
स्लीप बनाने की खुदाई दे रही परेशानी:
फुट ओव्हर ब्रिज निर्माण अपने अंतिम चरण में हैं कार्य की धीमी गति के चलते गांधी पार्क चौराहे पर और पछाड़ीखेड़ा रोड़ पर स्लीप निर्माण के लिए सप्ताह भर पहले खुदाई कर दी गई।
करीब एक सप्ताह पूर्ण हो गया है फिर भी निर्माण एजेंसी द्वारा कार्य को गति नही दी गई है। जिस कारण से आवागमन जहां प्रभावित हो रहा है वहीं खोदी गई जगह पर पर्याप्त इंतजाम न होने से छोटी-छोटी दुर्घटनाएं घटित हो रहीं हैं। आए दिन लोगों को परेशानी दे रहा खुदाई वाले भाग पर निर्माण एजेंसी ध्यान नही दे रही है।
अड़चनों के बीच चल रहा ओव्हर ब्रिज का निर्माण
एफओबी निर्माण के कार्य में आ रही अड़चनों का खामियाजा लोगों को भुगतना पड़ रहा है। इस निर्माण कार्य से शहर वासी परेशान हैं लेकिन अभी तक काम पूरा नही हो पा रहा है। करीब 80 प्रतिशत काम पूर्ण हो जाने के बाद शेष कार्य में दो महीने से अधिक का समय लग सकता है। निर्माण एजेंसी से जुड़े लोग लोगों का मानना है कि यह काम फरवरी माह में पूर्ण होना है लेकिन अड़चनों के कारण कार्य में रुकावट आ रही है। मिलन तिराहे पर एफओबी निर्माण के दौरान लगाई जा रहीं सीढिय़ों के लिए खोदे गए गड्ढे को एक माह से अधिक का समय हो गया है। इस गड्ढे से होकर निकली नपा की जल सप्लाई लाइन भी तीन-चार बार क्षतिग्रस्त हो गई है। परंतु अभी तक गड्ढे में कार्य शुरू नही हो सका है। बार-बार जल सप्लाई लाइन क्षतिग्रस्त होने से नपा कर्मचारियों के साथ शहर के पछाड़ीखेड़ा रोड़, तायडे कालोनी रहवासी भी परेशान हैं क्योंकि इस लाइन के क्षतिग्रस्त होने से इन इलाकों में पानी की सप्लाई प्रभावित हो जाती है। निर्माण कार्य में देरी के संबंध में ब्रिज निर्माण एजेंसी के स्टाफ का कहना है कि जिस जगह पर सीढ़ी लगाने का गड्ढा खोदा गया है उस जमीन पर शहर के किसी व्यक्ति द्वारा अपना हक बताते हुए शिकायत की गई है। जिसके कारण हम काम नही कर पा रहे हैं। जब तक मामले का निराकरण नही हो सकता तब तक कार्य करना उचित नहीं है।

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