पहूज नदी पर चला सफाई अभियान

* समय की आवश्यकता है पहूज का साफ होना : महापौर
* आल्हा घाट में गिरने वाले गंदे नाले होंगे बंद : नगर आयुक्त
झांसी। सफाई अभियान के लिए नगर निगम द्वारा प्रयास किया जा रहा है और निरंतर क्षेत्रों में सफाई अभियान भी चल रहा है। इसी श्रृंखला में आल्हाघाट पर ठहरी मैली पहूज नदी (पुष्पवती) को आज प्रदूषण से मुक्त कराने के लिए संकल्प लिया गया। ऐतिहासिक एवं प्राचीन हनुमान मंदिर परिसर के घाटों पर खड़े होकर मेयर व नगर आयुक्त सहित सामाजिक संस्थाओं के लोगों व नागरिकों ने जीवनदायनी पुष्पवती नदी की आरती भी उतारी। इसके पूर्व मंदिर परिसर के आगे कभी कल-कल निनाद करने वाली साफ सुथरी थी पर आज ठहरी हुई नदी की सफाई हेतु प्रात: समस्त नगर निगम सफाई कर्मियों व रैंग पीकस युद्धस्तर पर जुट गये तथा काफी परिश्रम उपरांत नदी से गंदगी निकाली गई। कार्यकर्ताओं ने मंदिर के बाहर से सभी पन्नियां बोटरीं। समारोह में नुक्कड़ नाटक से दर्शकों ने लुत्फ उठाया। नगर आयुक्त अरुण प्रकाश ने निर्देश दिए कि मंदिर के बगल से निकले आवासीय कालोनियों से निकले गंदे नालों को नदी में नहीं गिरने दिया जाए। आल्हाघाट पर साफ सुथरा पानी रहे। नगर आयुक्त ने इस कार्य की मंदिर के पुजारी सहित उपस्थित धर्मगुरुओं की प्रशंसा व्यक्त की। विदित हो कि एक जनवरी 2010 को पहली बार नदी की सफाई का जागरुकता अभियान चलाया गया था इसके बाद यह पहूज प्रदूषण मुक्त के लिये ये दूसरा भागीरथ प्रयास हुआ। भारत सरकार व उत्तर प्रदेश सरकार के निर्देश पर नगर निगम व आरआर कलैक्टिव द्वारा संयुक्त रुप से चलाये जा रहे स्वच्छता पखवाड़े के अंतर्गत आज प्रात: से शिवपुरी रोड स्थित पहूज पुष्पवती के घाट तक आल्हाघाट पर नदी का सफाई अभियान शुरु हुआ। बाद में पुजारी मनीष दुबे द्वारा पूजा अर्चना करायी गई। नगर आयुक्त अरुण प्रकाश कार्यक्रम के मुख्य अतिथि रहे व समारोह की अध्यक्षता महापौर किरन राजू बुकसेलर ने पूजन अर्चन व नदी की आरती उतारी। शंखनाद होते ही सभी ने पहूज के जयकारे लगाये। इस मौके पर नगर निगम के समस्त अधिकारीगण व शहर के गणमान्य मौजूद रहे।
उधर, मंदिर परिषर में मेयर की अध्यक्षता में विचार गोष्ठी हुई। मुख्य अतिथि ने दीप प्रज्जवलित किया। प्रगति शर्मा ने सरस्वती वंदना प्रस्तुत की। समारोह में मुख्य अतिथि नगर आयुक्त अरुण प्रकाश ने कहा कि पहूज घाट पर सफाई एक प्रतिकात्मक संदेश है कि जल स्रोतों को संरक्षित करने की आज बड़ी आवश्यकता है। बिडम्वना है कि अतिक्रमण और सिल्ट नदियों के लिए भारी समस्या बने हैं। नदियों को व महानगर को स्वच्छ रखने में नागरिक सहभागिता क्रांति ला सकती है और विश्वास है जनता इसे लाकर रहेगी। उन्होने दृढ़ता से कहा कि आल्हा घाट में गिर रहे गंदे नाले को नदी में अब नहीं गिरने दिया जाएगा व घाट को नीचे या किनारे से नाला बनवाकर नदी से दूर निकाला जायेगा। जल के अक्षय क्षेत्र को संरक्षित करना जरुरी है।
नगर आयुक्त ने प्लास्टिक वेस्ट प्रबंधन अभियान की सराहना करते हुये कहा कि जल्दी झांसी में प्लास्टिक रिसाईक्लिंग प्लांट लगाया जाएगा। समारोह अध्यक्ष महापौर श्रीमती किरण राजू बुकसेलर ने कहा कि महानगर को कचरा मुक्त बनाने के लिए जन जागरूकता आवश्यक है। उन्होने पहूज की सफाई को समय की आवश्यकता बताते हुए प्रधानमंत्री के स्वच्छता अभियान की सराहना की।
इस मौके पर डा. सुनील तिवारी ने कहा कि हमारी संस्कृति जीवित है। गांधीवादी चिंतक नरोत्तम स्वामी ने कहा कि गांधी ने स्वच्छता को प्रमुखता दी। समारोह में धर्म गुरु लल्लन महाराज, शहर काजी सैय्यद मो.कामिल, व्यापारी नेता विजय जैन, अरुण द्विवेदी ने विचार प्रकट किए। समारोह में नगर निगम के पार्षद संजीव पटैरिया, नीता विकास यादव, श्रीमती सुशीला दुबे, राजू सोनकर, महेश गौतम, पूर्व पार्षद अरुण द्विवेदी, गोकुल दुबे, रवि सक्सेना, दीपशिखा शर्मा, विमलेन्दु अरजरिया, राहुल मिश्रा, आल्हा घाट मंदिर के पुजारी शालिगराम दास, लायन एचपी वर्मा चार्टर प्रेसिडेंट, रवीश त्रिपाठी, अतुल द्विवेदी आदि उपस्थित रहे। समारोह में राजेंद्र प्रसाद, लोकमान्य तिलक, सनातन धर्म कन्या विद्यालय, एलवीएम, अग्रसेन सरस्वती विद्या मंदिर, गुरुनानक खालसा, हाफिज सिद्दीकी, नेशनल कालेज के विद्यार्थियों को स्वच्छता की शपथ दिलाई।

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