पुलिस की मेहरबानी से खुलेआम घूम रहा था कल्याण

न्यायालय ने जारी किया था वारंट

ग्वालियर। भाजपा नेता और व्यापार मेला के पूर्व संचालक कल्याणसिंह ने स्वयं को पुलिस की मेहरबानी से पिता-पुत्र की हत्या के मामले में बेदाग मान लिया था और आराम से अपने घर पर रह रहा था। जबकि न्यायालय ने उसे हत्या में दोषी पाया और उसके खिलाफ वारंट जारी कर दिए थे।


मुरार थाना पुलिस को यह पता ही नही था कि भाजपा नेता और व्यापार मेला के पूर्व संचालक कल्याणसिंह यादव हत्या के मामले में आरोपी है और उसे गिरफ्तार करना है। जबकि वह एक साल से भी ज्यादा समय तक खुले मे ंविचरण कर रहा था। पुलिस से उसका इस दौरान एक नहीं कई बार आमना -सामना भी हुआ लेकिन पुलिस को पता ही नही था कि पूर्व जनपद अध्यक्ष रामप्रकाश यादव और उसके बेटे अजीत की हत्या का आरोपी है।

पुलिस अपनी जांच में उसे आरोपी मान ही नहीं रही थी, जबकि आरोपी कल्याणसिंह यादव कभी भी यह साबित नही कर सका था कि वह वारदात में शामिल था। न्यायालय में वह अपने को बेगुनाह साबित नही कर सका और जीत अंत मे सत्य की हुई, ऐसा रामप्रकाश के भतीजे दयानंद का कहना है। 6 फरवरी 2013 को रामप्रकाश और उसके बेटे अजीत को मोहनपुर के रहने वाले गजेन्द्र यादव मनोज यादव,कल्याणसिंह यादव, अजीत,भूरा, अक्की,जितेन्द्र इंदर गुड्डन उर्फ मंगल, चन्द्रप्रकाश, बल्लू, हरकेश आदि ने घेरकर उस समय मौत के घाट उतार दिया था जब पिता-पुत्र अपने रिश्तेदारों के साथ निमंत्रण खाकर लौट रहे थे। हाईप्रोफाइल हत्याकाण्ड के बाद मोहनपुर गांव में कई दिनों तक पुलिस का पहरा रहा लेकिन उसी पुलिस ने उस कल्याणसिंह को ख्ुाले में छोड़ दिया जो हत्या का आरोपी था। पुलिस भाजपा नेता कल्याणसिंह को पकडऩे के मूड में भी नहीं थी जैसे ही पुलिस को पता चला कि कल्याणसिंह के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट है तो दौड़ती हुई उसके घर तक पहुंच गई। सूत्र बताते है कि सम्मान और उसके रूतबे को देखते हुए पुलिस गांव से कल्याणसिंह को लेकर आई थी। अचानक कल्याणसिंह को पकडऩे वाली पुलिस और स्वंय आरोपी को आभास हो गया है कि कानून के हाथ उसके राजनैतिक रूतबे से कहीं ज्यादा ऊंचे हैं। पुलिस ने कल्याणसिंह को जिस सम्मान के साथ पकड़ा था उसी सम्मान से उसे जेल भेज दिया है।


थप्पड़ से पनपा था विवाद
रामप्रकाश यादव के साथ गजेन्द्र कभी खदान का काम करता था। रामप्रकाश ने एक बार गजेन्द्र के साथी से मुंहवाद होने पर चांटा मार दिया था। चांटे से शुरू हुए विवाद ने इतना बड़ा रूप लिया कि दोनों पक्षों की ओर से बदले में हत्याएं करने का सिलसिला चल रहा है।

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