आरोन-सिरोंज रेल लाइन के लिए फिर होगा सर्वे, 18 करोड़ मंजूर

स्वीकृत हुई राशि, एक सर्वे पहले हो चुका है
गुना। आरोन-सिरोंज, विदिशा से होकर भोपाल को जोडऩे वाली रेललाइन के लिए सर्वे एक बार फिर किया जाएगा। इसके लिए रेल बजट में 18 करोड़ की राशि मंजूर की गई है। गौरतलब है कि पिछले एक दशक से भी अधिक समय से इस रेललाइन को लेकर आवाज उठाई जा रही है और हाल ही में रेल बजट से ठीक पहले इस मांग को को लेकर आंदोलन तेज किया गया था। इसके बाद क्षेत्रवासियों को उम्मीद थी कि रेल बजट में रेल लाइन को मंजूरी मिल जाएगी, किन्तु एक बार फिर रेलवे ने क्षेत्रवासियों को सर्वे का झुनझुना पकड़ा दिया है, जिसे पता नही, क्षेत्रवासियों को अब और कब तक बजाते रहने को मजबूर होना पड़ेगा? बताना जरुरी होगा कि उक्त रेल लाइन का यह दूसरा सर्वे होगा, इससे पहले एक सर्वे किया जा चुका है। वैसे रेल मंत्री सुरेश प्रभू द्वारा प्रस्तुत रेल बजट में मध्य प्रदेश के साथ गुना की उम्मीदें भी परवान चढ़ी हैं। बजट में गुना जिले से संबंधित कई कार्यों के मंजूरी प्रदान की गई है। जिसमें बीनांगज चांचौड़ा के बीच अंडर ब्रिज एवं गुना -रुठियाई के मध्य किए जा रहे दोहरीकरण के लिए मंजूरी प्रदान करते हुए अतिरिक्त राशि स्वीकृत किया जाना शामिल है।
10 साल से भी अधिक समय से अटका है मसला
आरोन-सिरोंज, विदिशा-भोपाल रेल लाइन का मसला 10 साल से अटका हुआ है। इसको लेकर एक सर्वे पूर्व में भी हो चुका है, किन्तु निर्माण अब तक शुरु नहीं हो पाया है। 120 किलोमीटर के इस प्रोजेक्ट के लिए 700 करोड़ रुपए की दरकार है। इस रेल लाइन के बनने से क्षेत्रवासियों के समय और पैसे दोनों की बचत होगी। जहाँ गुना से भोपाल तक का सफर 70 किलोमीटर तक कम हो जाएगा, वहीं किराया भी कम लगेगा। पिछले एक दशक से भी अधिक समय समय से आवाज उठा रहे है। हाल ही में इसको लेकर आंदोलन भी तेज किया गया था। जहाँ आरोन से सिरोंज तक 45 किलोमीटर की यात्रा निकाली गई थी, वहीं ढाई हजार पोस्टकार्ड और एक हजार ईमेल भी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और रेल मंत्री सुरेश प्रभू को भेजे गए थे। इससे पहले ही कई बार आंदोलन, प्रदर्शन इस रेल लाइन की मांग को लेकर किए जा चुके है, इतना ही नहीं कई बार जनप्रतिनिधियों को संबंधितों से भी मुलाकात कर मांग की गई है।
सिंहस्थ की तैयारियों का लिया जायजा
आगामी माह में महाकाल की नगरी उज्जैन में होने जा रहे सिंहस्थ को लेकर रेलवे की तैयारियां तेजी से चल रहीं हैं। इसी को लेकर रेलवे अधिकारियों का गुना स्टेशन का दौरा भी हो रहा है। इसी तारतम्य में आज रेलवे अधिकारी नवदीप अग्रवाल गुना स्टेशन पहुँचे और सिंहस्थ की तैयारियों को देखा। इस दौरान उन्होने रेलवे प्रबंधन से चर्चा कर यात्रियों की सुविधा के मद्देनजर आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए।
दोहरीकरण के लिए और मिले 55 करोड़
गुना से रुठियाई के बीच पिछले लंबे समय से दोहरीकरण का कार्य चल रहा है। रेल बजट में इसको भी लिया गया है। बजट में दोहरीकरण कार्य के लिए 55 करोड़ की अतिरिक्त राशि को स्वीकृति प्रदान की गई है। यह कार्य जल्द पूर्ण होने की उम्मीद है। गुना-रुठियाई के बीच दोहरीकरण में सबसे अधिक दिक्कत और समय महुगढ़ के बीच लगना है। कारण यहाँ ऊँची-ऊँची पहाडिय़ों को काटकर मार्ग निकाला जाना है। इसमें अन्य क्षेत्र की अपेक्षा रेलवे को अतिरिक्त राशि खर्चे करनी होगी। जिसे बजट में मंजूरी मिली है। इसी तरह रुठियाई से मक्सी तक रेल पथ नवीनीकरण के लिए टीडब्ल्यू आर मद और टीबीआर मद से अलग-अलग 10-10 करोड़ रुपए मिले हैं। इस राशि से कु छ स्थानों पर रेल पथ को नए सिरे से बनाया जाएगा। इसी तरह गुना मक्सी लाइन दोहरीकरण के लिए ३२ करोड़ रुपए की राशि मंजूर हुई है।इसके अलावा रुठियाई से पचोर के बीच भी सबवे निर्माण को मंजूरी दी गई है।
फाटक की समस्या से मिलेगी राहत
रेल बजट से चांचौड़ा और बीनागंज के रहवासियों को भी राहत मिली है। इस क्षेत्र में अंडरब्रिज स्वीकृत करते हुए राशि भी मंजूर की गई है। बताया जाता है कि चांचौड़ा और बीनागंज के बीच रेल फाटक क्षेत्रवासियों के लिए बड़ी समस्या बना हुआ था, इसको लेकर लंबे समय से आवाज उठाई जा रही है। नागरिकों का कहना था कि फाटक के कारण उन्हे काफी परेशानी होती है, ट्रेन निकलने के कारण दिन के अधिकांश समय फाटक बंद रहता है, जिससे वह फंस जाते है। कई बार जरुरी काम भी इसके चलते छूट जाते है, इसी के मद्देनजर यहाँ अंडरब्रिज बनाने की मांग उठाई जा रही थी। रेल बजट में इसको स्वीकृति प्रदान की गई है। इसके लिए 2.5 करोड़ की राशि रेल बजट में मंजूर हुई है। हालांकि गुना स्टेशन पर सुविधाएं जुटाने को लेकर कोई घोषणा बजट में नहीं हो सकी, इसके साथ कोई नई ट्रेन भी नहीं मिली है। भोपाल के लिए अतिरिक्त ट्रेन के साथ भोपाल-ग्वालियर इंटरसिटी को सातों दिन चलाने की मांग क्षेत्रवासियों द्वारा लंबे समय से उठाई जा रही है।