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यमुना प्रदूषण मुद्दे पर धर्म संसद बुलाने का लिया निर्णय

यमुना मुक्तिकरण अभियान की बैठक में लिया गया फैसला


मथुरा। यमुना की धारा को अविरल बनाने और श्रीजी को प्रदूषण मुक्त कराने के लिये यमुना मुक्तिकरण अभियान ने सरकार पर दबाव बनाने के लिये उज्जैन के कुंभ मेले में यमुना के मुद्दे पर धर्म संसद आयोजित करने का फैसला किया है।
वृंदावन स्थित कृष्ण कृपा धाम में आयोजित यमुना मुक्तिकरण अभियान में पदाधिकारियों की बैठक में गीता मनीषी ज्ञानानन्द महाराज के सानिध्य में यमुना की अविरलता सुनिश्चित करने के लिए अभियान की आगे की रणनीति तय की गयी। बैठक में सरकार पर दबाब बना कर यमुना स्वच्छता का कार्य जल्द प्रारम्भ कराने पर बल दिया गया। इसके लिए अभियान के पदाधिकारियों द्वारा पुन: यमुना आन्दोलन से सन्तों, भागवताचार्यो, एवं यमुना भक्तों को जोडऩे के लिए रणनीति बनाया प्रारम्भ कर दिया है।


बैठक में मई में उज्जैन में होने वाले कुम्भ मेले में यमुना के मुद्दे को लेकर बड़ी धर्मसंसद आयोजित करने का फैसला लिया गया है जिसमें भारत के बड़े बड़े सन्त भाग लेंगे। इसी के साथ ही 4 मार्च को कुरूक्षेत्र में गीता ज्ञान संस्थानम् के उद्घाटन समारोह में यमुना के मुद्दे को प्रमुखता से रखा जायेगा एवं कुम्भ में धर्मसंसद की रूपरेखा को भी इस समारोह में तैयार किया जायेगा। इस समारोह में भारत के प्रमुख संत मौजूद रहेगे जिसमें प्रमुख रूप से काष्र्णि गुरू शरणानन्द महाराज, रामदेव बाबा, साध्वी ऋतम्भरा, सर संघ संचालक मोहन भागवत, आरएसएस के कृष्णगोपाल आदि मुख्य रूप से उपस्थित रहेगे।


गीता मनीषी ज्ञानानन्द महराज ने कहा कि हाल ही में प्रधानमंत्री से हुयी मुलाकात में यमुना मुद्दे को उनके द्वारा प्रमुख रूप से रखा गया। इस चर्चा में यमुना की स्थिति उसके लिए हो रहे आन्दोलन और समाधान आदि पर विस्तृत चर्चा हुयी। इसी के साथ इस बात से भी अवगत कराया कि यमुना के मुद्दे को लेकर भारत के संत भागवताचार्य चिन्तित है। इस पर प्रधानमंत्री ने कहा कि इस समस्या का समाधान हमारे पास है। नदियों की स्वच्छता सुनिश्चित करना हमारा कर्तव्य है। यमुना के लिए हम संवेदनशील है।


भागवताचार्य एवं अभियान के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मृदुलकान्त शास्त्री ने बताया कि आगामी कथाओं में यमुना आन्दोलन को लेकर वह लोगों को प्रेरित करेंगे। आगे होने वाली कथाओं का राष्ट्रीय अन्तर्राष्ट्रीय रिलीजियस चैनल पर प्रसारण होने वाला है। इसके माध्यम से यमुना को अविरल निर्मल बनाने के लिए लोगों से यमुना के लिए भारी संख्या में सहयोग की अपील करेंगे। यमुना मुक्तिकरण अभियान के राष्ट्रीय संयोजक राधाकान्त शास्त्री एवं राष्ट्रीय सलाहकार राधाप्रिय ने बैठक में विचार रखते हुये कहा कि हम निर्मल यमुना का ध्येय लेकर चल रहे है और इसकी पूर्ति में कोई बाधक बनता है तो वह हमारा मित्र नहीं हो सकता है।


सरकार हमारे सब्र का इम्तिहान न लेते हुये अपनी धार्मिक छवि को बरकरार रखकर यमुना के लिए दिये गये आश्वासन को जल्द अमलीजामा पहनाये।
इस अवसर पर अभियान के सहसंयोजक सुनील सिंह, जिला संयोजक पंकज चतुर्वेदी आदि मुख्य रूप से उपस्थित रहे।

Updated : 23 Feb 2016 12:00 AM GMT
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