आलमपुर संकुल के विद्यालयों में शिक्षकों की चल रही मनमानी

संकुल केन्द्र प्रभारी मिश्रा के तेवर पड़े नरम
आलमपुर। शिक्षा विभाग भिण्ड के पूर्व डीपीसी रहे डीएन मिश्रा ने अपने कार्यकाल में सख्त कार्यप्रणाली के चलते काफी सुर्खियां बटोरी थीं। संपूर्ण भिण्ड जिले में अपने कार्य के प्रति लापरवाह शिक्षकों में उनका भय व्याप्त था। समस्त शिक्षक यह जानते थे कि मिश्रा अपने इरादे के पक्के हैं और वह किसी की सिफारिश या फिर अन्य किसी तरीके से अपने सख्त निर्णय से पीछे नहीं हटते।
अब वहीं डीएन मिश्रा के पास एक माह पूर्व से आलमपुर के शासकीय विद्यालयों की मानीटरिंग की जिम्मेदारी है। लेकिन मिश्रा के संकुल प्राचार्य होने के बावजूद संकुल के कई विद्यालय अपने पुराने ढर्रे पर ही चल रहे है। इन विद्यालय मे पदस्थ दबंग शिक्षकों के आगे जिलेभर में हड़कंप मचाने वाले पूर्व डीपीसी के तेवर नरम पड़ते नजर आ रहे हैं।
इसी के चलते आलमपुर क्षेत्र में विद्यालय मनमर्जी के हिसाब से खुलते एवं बंद होते दिखाई दे रहे हैं। शासकीय विद्यालयों का समय सुबह 10.30 से शाम 4.30 तय है। इसके बाद भी अधिकांश विद्यालयों में तय समय में अभी ताला डला नजर आता है यदि किसी विद्यालय मे भले ही ताला न डला हो लेकिन इतना तो तय है कि पदस्थ स्टाफ आपको कभी पूरा नजर नहीं आएगा क्योंकि ग्रामीण विद्यालयों के कई शिक्षक तय समय पर आलमपुर या फिर दबोह कस्बे के बाजारों मे देखे जा सकते हैं। वहीं पूर्व डीपीसी मिश्रा की कार्यप्रणाली को लेकर सवाल उठने लगे हैं कि समूचे भिण्ड जिले में तहलका मचाने वाले मिश्रा की कार्यप्रणाली में आखिर की बदलाव कैसे आता जा रहा है।
सख्त रवैया अपनाने बाले मिश्रा आलमपुर संकुल में शिक्षण व्यवस्था सुधार में नरम पड़ते क्यों नजर आ रहे हैं। आखिर क्या माजरा है समझ से परे है।