बर्दाश्त नहीं की जाएंगी देश विरोधी गतिविधियां: नंदकुमार

भोपाल। दिल्ली के जवाहरलाल नेहरु यूनिवर्सिटी (जेएनयू) परिसर में गत 9 फरवरी को छात्रों द्वारा लगाये गये देश विरोधी नारों की कड़ी निंदा करते हुए प्रदेश भाजपा अध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान ने कहा कि देश और देश की जमीन की किसी भी हिस्सें में इस तरह की आतंकी एवं देश विरोधी गतिविधियां बर्दाश्त नहीं की जायेगी। प्रदेश भाजपा मुख्यालय में पत्रकारों से चर्चा करते हुए नंदकुमार सिंह चौहान ने कहा कि जेएनयू कैम्पस में आतंकी अफज़ल गुरु की फांसी के समर्थन में देश को तोडऩे के लिए 'भारत की बर्बादी तक जंग रहेगी- जंग रहेगीÓ, 'अफज़ल हम शर्मिन्दा हैं तेरे कातिल जिंदा हैं, 'हर घर में अफज़ल होंगे-भारत तेरे टुकड़े होंगे जैसे नारे लगाए गए जो देश विरोधी है, भारतीय जनता पार्टी इसकी कड़ी निंदा करती है और इस प्रकार की गतिविधियों पर चिंता भी व्यक्त करती है। भाजपा का मानना है कि देश की जमीन पर या इसके किसी भी हिस्से पर इस तरह की देशद्रोही गतिविधियों को सहन नहीं किया जा सकता। कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने जेएनयू परिसर जाकर जिस तरह से इस घटना का समर्थन किया है, वह सबसे बड़ा चिंता का विषय है।


उन्होंने बताया की लंबी कानूनी प्रक्रिया के बाद देश के सर्वोच्च न्यायालय द्वारा संसद पर हमला करने वाले आतंकी अफज़ल गुरु को फांसी की सजा दी गई। उसके बाद आतंकी अफज़ल गुरु के समर्थन में देश को तोडऩे के लिए देश विरोधी जो नारे लगाए गए। अगर कांग्रेस उपाध्यक्ष, अभिव्यक्ति की आजादी के नाम पर इसका समर्थन कर रहे हैं तो मैं कांग्रेस पार्टी से पूछना चाहता हूँ कि इससे बड़ा देशद्रोह का सबूत और क्या हो सकता है? इतना होने के बावजूद, न तो कांग्रेस अध्यक्षा, न कांग्रेस उपाध्यक्ष और न ही कांग्रेस का कोई प्रवक्ता इस घटना के लिए माफी मांगने को तैयार है। आज भी कांग्रेस के प्रवक्ता आतंकी अफज़ल गुरु को अफज़ल गुरु 'जी कहकर सम्बोधित कर रहे हैं। मैं कांग्रेस पार्टी से पूछना चाहता हूँ कि क्या वह राहुल गांधी द्वारा जेएनयू परिसर में देशद्रोही नारे लगाने वालों के समर्थन में दिए गए बयानों का समर्थन करती है? कांग्रेस पार्टी को इसपर जवाब देना चाहिए।


मैं श्रीमान राहुल गांधी से यह भी पूछना चाहता हूँ कि क्या आपको देशद्रोही गतिविधियों का समर्थन करते वक्त देश की संसद की सुरक्षा करने वाले शहीद जवानों और उनके परिवारों की संवेदनाओं का खयाल नहीं आया? आखिर कब तक वोट बैंक की राजनीति की खातिर आप देश के जवानों की शहादत का मजाक उड़ाते रहेंगें? क्या आपको इस बात की चिंता है कि आप अभिव्यक्ति की आजादी की आड़ में देशद्रोही प्रवृत्तियों को प्रश्रय देने से भी नहीं चूक रहे? इस पूरे मामले पर कांग्रेस पार्टी और कांग्रेस अध्यक्षा श्रीमती सोनिया गांधी को अपना रुख स्पष्ट करना चाहिए।


चौहान ने कहा कि देश की जनता यह जानना चाहती है कि आखिर अभिव्यक्ति की आजादी की कांग्रेस की व्याख्या क्या है? देश की जनता यह जानना चाहती है कि अभिव्यक्ति की आजादी के नाम पर छात्रों को अपनी बात कहने देने का मतलब हिन्दुस्तान के टुकड़े करना है क्या? देश की जनता यह जानना चाहती है कि अभिव्यक्ति की आजादी का मतलब आतंकी अफज़ल गुरु का समर्थन करना है क्या? देश की जनता यह जानना चाहती है कि कांग्रेस देश के सर्वोच्च अदालत के फैसले को मानती है या नहीं? भारतीय जनता पार्टी यह मांग करती है कि कांग्रेस पार्टी को इन सब बातों का स्पष्टीकरण देना चाहिए।

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