दिल्ली ने जल संकट को लेकर केजरीवाल ने की गृहमंत्री से बात

नई दिल्ली। हरियाणा में चल रहे जाट आंदोलन के कारण राजधानी में गंभीर हुए जल संकट को लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह से बात की हैं। इस दौरान मुख्यमंत्री ने गृहमंत्री राजनाथ सिंह को जल संकट से उपजी स्थिति के बारे में विस्तार से जानकारी दी। केजरीवाल ने बताया कि यदि जल्द पानी की आपूर्ति नही हुई तो आने वाले दिनों में समस्या विकराल रूप ले लेगी। वहीं केन्द्रीय गृहमंत्री ने केजरीवाल को भरोसा दिलाया कि वह मुनक नहर पर जल्द सेना भेजकर उसे प्रदर्शनकारियों के कब्जे से मुक्त करायेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा दिल्ली सरकार इस मामले की गंभीरता को समझती है इसीलिए वह लगातार गृह मंत्रालय औऱ हरियाणा सरकार के संपर्क में है।


इस संबंध में दिल्ली सरकार के जल ​कपिल मिश्रा ने बताया कि इस आपात स्थिति से निपटने के लिए दिल्ली में पानी की राशनिंग की जानी चाहिए। इस व्यवस्था से प्रधानमंत्री, मुख्य न्यायाधीश, रक्षा संस्थान,अस्पताल और फायर ब्रिगेड को मुक्त रखा जाए। बाकी सभी को उनकी जरूरत का ही पानी दिया जाए। उन्होंने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री को भी राशनिंग के अनुसार ही पानी दिया जाए।


मिश्रा ने कहा कि दिल्लीवासी हर रोज करीब 900 एमजीडी पानी खर्च करते हैं, जिसका 60 फीसदी हिस्सा मुनक नहर से आता है। इससे दिल्ली के 9 में से 7 ट्रीटमेंट प्लांट को पानी की सप्लाई होती है। नहर से पानी नहीं मिलने पर सोनिया विहार और भागीरथी छोड़कर बाकी सभी ट्रीटमेंट प्लांट बंद हो सकते हैं। सबसे ज्यादा प्रभावित होने वाले ट्रीटमेंट प्लांट नांगलोई, ओखला बवाना, हैदरपुर और द्वारका हैं. अगर मुनक नहर से पानी नहीं छोड़ा जाता है तो दिल्ली में करीब 430 एमजीडी पानी की कमी हो जाएगी। इससे अंदाजा लगाना मुश्किल नहीं है कि अगर मुनक नहर को जल्द नहीं खुलवाया गया तो दिल्ली के लोग किस तरह पानी के लिए तरस सकते हैं।

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