बनेगा सनघटा बांध! उद्योग मंत्री यशोधराराजे के प्रयासों से सर्वे शुरू

खोड़ सेक्टर के 80 गांव होंगे लाभान्वित


शिवपुरी। उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री तथा स्थानीय विधायक यशोधरा राजे सिंधिया के प्रयासों से उनके विधानसभा क्षेत्र के खोड़ सेक्टर के 80 गांवों को एक बड़ी सौगात मिलने जा रही है। महुआखेड़ा में ऐर नदी पर सनघटा बांध बनाने के लिए जल संसाधन विभाग द्वारा सर्वे कार्य शुरू कर दिया गया है। इस बांध के लिए यशोधरा राजे सिंधिया ने जल संसाधन मंत्री जयंत मलैया से भेंट की थी जिसके पश्चात श्री मलैया ने सर्वे कार्य कराने का आदेश दिया। जल संसाधन विभाग के कार्यपालन यंत्री भागीरथ छीपा, एसडीओ पिछोर मुकेश कुमार और एसडीओ करैरा विजय मेंहदीरता आदि ने दलबल के साथ सर्वे कार्य प्रारंभ कर दिया है। सनघटा बांध बनने से खोड़ सेक्टर की लगभग 10 हजार हैक्टेयर जमीन सिंचित होगी और पूरे क्षेत्र की तकदीर बदल जाएगी। सर्वे कार्य प्रारंभ होने से स्थानीय ग्रामीणों ने खुशी का इजहार किया।


यशोधरा राजे के निर्देश पर उनके निज सचिव गगन सक्सेना और राजेन्द्र शिवहरे भी सर्वे कार्य का निरीक्षण करने के लिए पहुंचे। श्री सक्सेना ने जल संसाधन विभाग के अधिकारियों को काफी विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि सनघटा बांध से 10 हजार हैक्टेयर जमीन सिंचित होगी और साढ़े तीन लाख रु. प्रति हैक्टेयर के मान से शासन बांध निर्माण में राशि खर्च कर सकता है। इस तरह से सनघटा बांध पर साढ़े तीन सौ करोड़ की राशि व्यय की जा सकती है जबकि इस बांध निर्माण में अनुमानित खर्च लगभग 200 करोड़ रुपए है। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि बांध निर्माण के क्षेत्र में 400 हैक्टेयर जमीन वन विभाग की आ रही है जिस पर मुआवजा 80 करोड़ रुपए शासन को देना होगा।


निजी भूमि स्वामियों और वन विभाग को मुआवजा देने तथा बांध निर्माण में खर्च 200 करोड़ रु. अनुमानित है। जल संसाधन विभाग की सर्वे टीम के सदस्य पिछोर एसडीओ मुकेश कुमार ने सन् 2006 और 2014 में सनघटा बांध के लिए हुए सर्वे की जानकारी देते हुए बताया कि उस समय बांध निर्माण से लगभग 2700 हैक्टेयर जमीन सिंचित रकबे में आ रही थी जबकि बांध निर्माण में लगभग पांच लाख रु. प्रति हैक्टेयर का खर्च आ रहा था इस कारण सर्वे उपयुक्त नहीं पाया गया। उन्होंने कहा कि मुख्य सवाल है कि सिंचित रकबे को कैसे बढ़ाया जाए ताकि बांध निर्माण में आने वाला खर्च साढ़े तीन लाख और चार लाख रुपए प्रति हैक्टेयर से अधिक न आए। उनके अनुसार सनघटा बांध निर्माण हेतु आवश्यक है कि लगभग छह हजार हैक्टेयर जमीन सिंचित होनी चाहिए। इतना रकबा कैसे बढ़ाया जाए।


इस पर ग्रामीणों और श्री सक्सेना ने बताया कि यदि केनालों का विस्तार कर दिया जाए तो यह रकबा आसानी से बढ़ सकता है और सनघटा बांध से दस हजार हैक्टेयर जमीन की सिंचाई संभव है। लेकिन इसके लिए आवश्यक है कि जल संसाधन विभाग का अमला अपना दृष्टिकोण सकारात्मक रखे। खास बात यह है कि ऐर नदी में इतना पर्याप्त पानी है कि भीषण से भीषण गर्मी में भी महुआखेड़ा में पानी कम नहीं होता। इसके बाद जल संसाधन विभाग की टीम ने सर्वे कार्य जोरशोर से शुरू कर दिया।


सनघटा बांध से खोड़ में आएगी खुशहाली: यशोधरा

उद्योग मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया ने बताया कि वह सनघटा बांध के लिए काफी समय से प्रयत्नशील हैं और उन्होंने इस संबंध में जल संसाधन मंत्री जयंत मलैया से भेंटकर उनसे सर्वे कार्य कराने का अनुरोध किया था जिसे श्री मलैया ने स्वीकार कर सर्वे कार्य का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि सनघटा बांध बनने से खोड़ सेक्टर में खुशहाली आएगी और किसानों का जीवन स्तर ऊंचा उठेगा। यशोधरा राजे ने सरकारी मशीनरी से संवेदनशीलता के साथ काम करने को कहा ताकि इलाके के लोगों के जीवन स्तर में सुधार हो सके।

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