पुलिस ने दर्ज किया गुमशुदगी का मामला

ग्वालियर। आंतरी थाना क्षेत्र से रेलवे में पदस्थ चाबीमैन रहस्यमय ढंग से लापता हो गया है। चाबीमैन का संभवत बदमाशों ने रेलवे ट्रेक से अपहरण कर लिया है। लापता चाबीमैन अचानक कहां चला गया? फिलहाल पता नही चल सका है। पुलिस ने गुमशुदगी दर्ज कर उसकी तलाश श्ुारू कर दी है।
आंतरी के रहने वाले रघुवीर बघेल उम्र 50 वर्ष रेलवे में चाबीमैन के पद पर कार्यरत हैं। उनकी पोस्टिंग संदलपुर पर है। हर रोज की तरह सुबह पांच बजे रघुवीर बघेल ड्यूटी के लिए घर से निकले थे। बताया गया है कि रघुवीर शाम को छह बजे तक वापस घर पर लौटकर आ जाते थे।
जब शाम तक वह घर नहीं लौटे तो परिजनों को चिंता हुई और रघुवीर का बेटा देवेन्द्र अपने पिता को देखने के लिए डयूटी स्थल पर पहुंचा। आंतरी रेलवे फाटक पर उसने गेटमैन सियाराम से अपने पिता के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि मुझें नहीं मिले। सियाराम और देवेन्द्र रघुवीर को देखने के लिए संदलपुर पहुचे तो वहां पर बोगदे के पास रघुवीर बघेल का औजार से भरा थैला लावारिस अवस्था में पड़ा मिला तो वहीं हाथ में रहने वाला हथौड़ा और एक अन्य औजार भी थैले के पास पड़ा हुआ था।
चाबीमैन रघुवीर के अचानक लापता हो जाने पर देवेन्द्र और गेटमेन सियाराम ने रैल्वे के वरिष्ठ अधिकारियों को घटना से अवगत कराया। रघुवीर के लापता होने की सूचना मिलते ही आरपीएफ और रेलवे के अधिकारी संदलपुर पहुंच गए और आसपास जंगल में तलाश की, लेकिन उसका कहीं पर भी सुराग नहीं लग सका। सूत्रों की मानें तो रघुवीर बघेल का अपहरण होने से इंकार नहीं किया जा सकता। देवेन्द्र ने आंतरी थाने जाकर आपबीती पुलिस को सुनाई। देवेन्द्र का कहना है कि बदमाशों ने उनके पिता का अपहरण कर लिया है। अचानक चाबीमैन के लापता होने पर हड़कम्प मच गया और रेलवे के अधिकारी व आरपीएफ मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस से फीडबैक ले रहे हैं। पुलिस ने चाबीमैन के मामले में फिलहाल गुमशुदगी दर्ज कर उसकी तलाश शुरू कर दी है।
पत्नी को टिफिन गेट पर रखा मिला
रघुवीर खाने का टिफिन लेकर ड्यूटी जाते थे और टिफिन ऐरा गेट पर रख जाते थे। दोपहर 12 बजे के करीब संदलपुर से लौटकर रेलवे गेट ऐरा पर आकर खाना खाते थे। दोपहर में रघुवीर की पत्नी फूलवती अपने खेत से लौट रही थी तो उसने रघुवीर का टिफिन गेट पर रखा देखा तो यह सोचकर घर लौट आई कि समय नहीं मिला होगा। छह बजे के बाद भी रघुवीर जब घर नहीं लौटे तो पत्नी को चिंता हुई और बेटे को ड्यूटी पर भेजा। तब कहीं जाकर मालूम चला कि वह लापता हैं।
दो दिन पहले मिली धमकी
रघुवीर के मोबाइल नम्बर 8878865896 पर दो दिन पहले किसी अनजान व्यति ने फोन लगाया था और रघुवीर को जान से मारने की धमकी दी थी। बेटे देवेन्द्र ने स्वदेश को फोन पर जानकारी देते हुए बताया कि पिता से ज्यादा बहस होने लगी तो धमकी देने वाले बदमाश से देवेन्द्र की भी गाली-गलौच हो गई थी। धमकी देने वाला क्यों धमकी दे रहा था? उसका कारण मालूम नहीं चल सका है।
कौन हैं शंकर यादव व संजू पंडित
देवेन्द्र का कहना है कि जिस व्यक्ति ने फोन किया था। उसका नाम शंकर यादव निवासी गोकुलपुर बताया गया है। शंकर ने कहा कि लकड़ी की गाड़ी खाली करते समय मेरा मोबाइल संजू पंडित ने ले लिया था। उसने क्या किससे कहा? शंकर को कुछ नहीं पता। पुलिस अब शंकर को हिरासत में लेकर पूछताछ करेगी।
पहले भी हो चुका है रेलवे कर्मचारियों का अपहरण
यह पहला मामला नहीं है, जब रेलवे का कोई कर्मचारी इस ढंग से लापता हुआ हो। ट्रेक पर काम करने वाले कर्मचारियों का पहले भी अपहरण हो चुका है। इनमें से कुछ तो फिरौती देकर घर लौटे तो कुछ को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा है।
इन्होंने कहा
'रघुवीर के लापता होने पर उसकी तलाश की जा रही है। परिवार में झगड़े की बात पता चली है। रेलवे कर्मचारी का अपहरण नहीं हुआ है। वाबजूद इसके जांच की जा रही है।'
योगेश्वर शर्मा
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, ग्वालियर ग्रामीण