राई सहित कई गांवों में गहराया पानी का संकट
तीन किलोमीटर की दूरी तय करने के बाद होती है पानी की जुगाड़
दीपक वत्स/कोलारस। बदरवास से लेकर कोलारस के अनेक ग्रामीण अंचलों में पानी के लिऐ मारा मारी गर्मी का मौसम आने से पहले ही दिखाई दे रही है। कोलारस से मात्र नौ किलोमीटर की दूरी पर स्थित ग्राम पंचायत राई में लगे हुए अनेक हैण्डपम्प पिछले एक माह से खराब पड़े हैं जिसके चलते ग्रामवासी तीन कि.मी. की दूरी तय कर पानी लाने को मजबूर हैं।
राई पंचायत में आने वाले लौहारपुरा के दोनों हैण्डपम्प खराब है। रामराई में भी दो हैण्डपम्प खराब पड़े हैं। बूढी राई गांव में लगा हुआ हैण्डपम्प भी खराब होने के चलते पानी के लिऐ ग्रामीण परेशान दिखाई दे रहे है। पूर्व सरपंच से लेकर ग्रामीण जनों ने पीएचई विभाग के पास जाकर अनेक वार इन हेण्ड पम्पो को ठीक कराऐ जाने की मांग का आवेदन अनेक बार दिया है। परंतु अभी तक पीएचई विभाग ने इन खराब पड़े हुऐ हेण्ड पम्पो को ठीक कराने के लिऐ कोई कार्य योजना नहीं बनाई है। जिसके चलते ग्रामीणजन सुबह से ही पानी के लिए भटकते हुऐ दिखाई देते है।
इस गांव में अनेक लोग निम्न वर्ग में आते है जिसके चलते वह पानी की परेशानी के चलते मजदूरी पर नहीं जा पा रहे है। प्रदेश के मुखिया जहां एक ओर गांव में पानी रोखो अभियान सहित तालाब गहरीकरण जैसी अनेक योजनाएं चलाकर आला अधिकारियों को गर्मी आने से पूर्व पानी की परेशानी दूर कराने की बात कहते हैं। परंतु जहंा आलाधिकारी कार्ययोजना बनाने में लगे हुऐ है। इसके बावजूद भी कोलारस के ग्रामीण अंचलो में करीबन दो दर्जन हैण्डपम्प बंद पड़े हुऐ है।
इनका जिम्मा पीएचई विभाग पर होने के चलते विभाग में पदस्थ जिम्मेदार अधिकारी खराब पड़े हुऐ हैण्डपम्पों को आवेदन आने के बावजूद भी ठीक नहीं करा रहे है। क्षेत्रीय विधायक को ग्रामों को सबसे अधिक शिकायतें हैण्डपम्पों की ही मिलती है।
इनका कहना है
राई पंचायत में आने वाले हरिजन मोहल्ला, लौहारपुरा, रामराई, बूढ़ी राई में लगे हैण्डपम्प खराब पड़े हैं कई बार मैंने पीएचई विभाग को अवगत कराया परंतु दो माह बीतने के बावजूद इन हैण्डपम्पों को ठीक नहीं कराया गया जिसके चलते गांववासी पानी के लिए इधर-उधर भटक रहे हैं। पीएचई विभाग लापरवाह बना हुआ है।
मनोज शिवहरे
पूर्व सरपंच