फर्जी आईबी अधिकारी गिरफ्तार
भोपाल। भोपाल, इंदौर और रतलाम में नौकरी का झांसा देकर ठगी करने वाले फर्जी आईबी अधिकारी को लखनऊ से भोपाल अपराध शाखा ने गिरफ्तार किया है। जालसाज को पुलिस ट्रांजिट वारंट पर भोपाल ले आई। आरोपी लखनऊ में किराये के मकान में रह रहा था। मूल रूप से मलिहाबाद निवासी अर्जुन भारती ने ठगी का बड़ा नेटवर्क फैलाया था। अर्जुन के पास ठगी की सफारी कार, आईबी का जाली परिचय पत्र, आईफोन, करीब 50 हजार रू. की घड़ी और अन्य सामान बरामद हुआ है। अर्जुन ने रेलवे व अन्य विभागों में नौकरी दिलाने का झांसा देकर भोपाल, रतलाम व इंदौर में बेरोजगारों को ठगने की बात स्वीकार की है। इंटर तक की शिक्षा रतलाम में ग्रहण करनें के बाद अर्जुन ने लखनऊ से स्नातक किया। वर्ष 2013 में अर्जुन वापस रतलाम चला गया था और वहां एक कोचिंग का संचालन करने लगा। बाद में वह भोपाल रहने लगा जहां उसनें इंटरनेट पर एक विज्ञापन के जरिये टाटा सफारी वाहन के मालिक ईश्वरदेव पांडे को अपने जाल में फंसाया।
खुद को आईबी का एडिशनल डॉयरेक्टर बताकर 35 हजार रूपए प्रतिमाह किराये पर टाटा सफारी बुक करा ली। अर्जुन ने आईबी का जाली लेटर भी वाहन स्वामी को थमा दिया। बाद में वादन स्वामी के बेटे ब्रजेष व उसके दोस्त विवेक को आईबी में अपने सहायक के रूप में नियुक्त कराने का झांसा देकर करीब सवा लाख रू. ठग लिये। दोनों के जरिये करीब डेढ़ दर्जन युवकों को सरकारी नौकरी दिलाने का झांसा देकर भी ठगी की।