रसायन नहीं, जैविक खाद अपनाएं किसान
झांसी। फसल कटने के बाद किसान जानवरों के लिये खेत से चारा काट लें, खेत में आग हरगिज न लगायेंं, क्योंकि आग लगाने से खेत की उवर्रा शक्ति पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। जनपद में व्यापक प्रचार-प्रसार कराया जाये कि किसान रसायन का उपयोग न करें और जैविक खाद का उपयोग करें ताकी उत्पादन व उत्पादकता में बढ़ोत्तरी हो सके।
उक्त उदगार मुख्य विकास अधिकारी संजय कुमार ने गांधी सभागार कलेक्टे्रट में आयोजित किसान दिवस की अध्यक्षता करते हुये उपस्थित किसानों के मध्य व्यक्त किए। उन्होने कहा कि ऐसी विषम परिस्थिति में प्रशासन आपके साथ है। उन्होने कहा कि कृषि विभाग की योजनाओं को शासन स्तर से पारदर्शी बनाने के लिये आनलाइन रजिस्टे्रशन आवश्यक हो गया है। प्राय: यह देखा जा रहा है कि ग्रामीण क्षेत्र के किसान जानकारी न होने की वजह से आनलाइन रजिस्टे्रशन नहीं कर पा रहे, जिस कारण योजना का लाभ लेने से वंचित है। उन्होने निर्देश दिये कि प्रत्येक गांव से एक शिक्षित व्यक्ति को चुनते हुये उसे आनलाइन रजिस्टे्रशन कार्य में प्रशिक्षित किया जाये ताकी वह गांव के अन्य किसानों का आनलाइन रजिस्ट्रेशन कर सके।
मुख्य विकास अधिकारी ने बीमा कंपनी के प्रतिनिधि को संवेदनशील होकर कार्य करने का सुझाव दिया। उन्होने कहा कि लगभग 22 करोड़ रुपये की धनराशि क्षतिपूर्ती हेतु दी गई है। राशि को तत्काल किसानों के खातों में हस्तांतरण हेतु किसानों की सूची अतिशीघ्र बैंक को प्रेषित करें अथवा उक्त राशि बैंक अपने पास ही रखे रहेगा।
डा.बीके सिंह वरिष्ठ वैज्ञानिक ने किसानों को संबोधित करते हुये कहा कि गेहूं की फसल को पानी की आवश्यकता है आप तत्काल सिंचाई की व्यवस्था करें अन्यथा उत्पादन और उत्पादकता प्रमाणित होगी। उन्होने सरसों पर माहू के प्रकोप से बचने के लिये नीम की पत्ति व निमौनी का घोल तैयार कर छिड़काव करने का सुझाव दिया।
उपकृषि निदेशक डा.यूपी सिंह ने एग्री जंक्शन योजना की जानकारी देते हुए कहा कि कृषि स्नातक बेरोजगार का चयन कर प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रशिक्षण उपरांत दुकान जिसमें रसायन, खाद्य उर्वरक और किसानी खेती से संबंधित उत्पाद की बिक्री होगी साथ ही वह किसानों को नवीनतम जानकारी भी उपलब्ध करायेगा। ऐसी योजना से उसे रोजगार मिलेगा तथा वह अन्य को भी रोजगार देगा। विभाग पूर्ण सहयोग करेगा।
किसान दिवस में कमलेश लम्बरदार ने किसानों को क्षतिपूर्ती हेतु बीमा राशि अविलम्ब दिलवाये जाने की मांग की तथा ग्रामीण क्षेत्र में विभिन्न बैंक शाखाओं में किसानों के उत्पीडऩ व उनके साथ अभद्रता करने की शिकायत की तथा उक्त कृत्य को रोकने के शीघ्र उपाय कर विचार करने की मांग की। किसान नेता महेन्द्र शर्मा ने जानवरों को चारे की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिये शीघ्र भूसा के टैण्डर प्रक्रिया को अतिशीघ्र पूर्ण करने की मांग की। उन्होने सुझाव दिया कि प्रत्येक से 4-4 किसानों को चिन्हित कर लें ताकी किसान दिवस में उन्हें बुलाया जा सके।
गौरीशंकर बिदुआ ने किसानों के उत्पाद की बिक्री हेतु समुचित व्यवस्था में शासन से सहयोग मांगा। श्री बिदुआ ने पशु आहार विक्रेताओं के प्रतिष्ठानों की उच्च स्तरीय जांच कराये जाने का भी सुझाव दिया।