बादल छाने से चलीं सर्दीली हवाएं

हल्की बूंदाबादी बन सकती है फसल के लिए वरदान
झांसी। मौसम कब कैसा वातावरण निर्मित कर दे, इस बात का अनुमान कोई नहीं लगा सकता। क्षेत्र में मौसम ने एक बार फिर करवट ली है। आज सुबह हुई हल्की बूंदाबांदी के चलते मौसम में अचानक परिवर्तन आ गया। इस परिवर्तन के बाद वातावरण में हल्की ठंडक का अहसास किया गया। इस अचानक आई ठंड से बचने के लिए लोगों ने फिर से गर्म कपड़े पहनने शुरू कर दिए हैं। मौसम विभाग ने इस मौसम को देखते हुए भविष्य वाणी की है कि इसका असर कुछ दिनों तक बना रहेगा, इसके अलावा हल्की बूंदाबादी भी हो सकती है। वसंत पंचमी के बाद दिन के वातावरण में गरमी का अहसास किया जाने लगा था, लेकिन आज बादलों के छाने के कारण सर्दीली हवाएं चलने लगीं। जिसके कारण वातावरण में ठंडक का अहसास होने लगा। क्षेत्र के किसानों में इस मौसम को लेकर आशाएं जागीं हैं। किसानों का मानना है कि नमी युक्त मौसम वर्तमान समय में फसल के लिए बहुत ही लाभकारी है। इसके अलावा थोड़ा सा पानी भी गिर जाए तो सोने पर सुहागा हो जाएगा। अनुमान व्यक्त किया जा रहा है कि ऐसे मौसम के चलते पानी भी गिर सकता है। यदि पानी बरसा तो किसानों को इसका लाभ मिलेगा। खास कर गेहूं कि फसल को। बकाया चना, मटर को हानि पहुंचेगी। तेज बारिश होने से मटर का फूल झड़ जाएगा और यदि फुहार बरसी तो सभी को इसका लाभ होगा। वहीं, गेहूं के बारे में किसानों ने बताया कि अगर पानी बरसेगा तो वह खेती को लाभ पहुंचेगा। यदि पानी नहीं बरसा और आसमान में बादल छाए रहेंगे तो खेतों में सिंचाई कम करनी होगी। क्योंकि मौसम में तापमान की गिरावट से जमीन में नमी बनी रहेगी। क्षेत्र के किसान लंबे समय से क्षेत्र की नहरों में पानी छोड़े जाने की मांग कर रहे थे, लेकिन पानी की उपलब्धता न होने के कारण पानी की कमी फसल पर विपरीत प्रभाव डाल रही थी, ऐसे में किसानों की चिन्ता फसल की पैदावार को लेकर थी। जो किसान केवल मौसमी पानी के भरोसे खेती कर रहे थे, उनके लिए यह मौसम काफी अच्छा माना जा रहा है। अब किसान के लिए भगवान ही एक मात्र सहारा है।