राजधानी में अधिवक्ता की नृशंस हत्या पर बार एसोसियेशन ने जताया आक्रोश
मृतक के परिजनों को 50 लाख की आर्थिक सहायता दिलाये जाने की मांग
ललितपुर। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में अधिवक्ता की नृशंस हत्या पर आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी की मांग को लेकर बार एसोसियेशन ने मख्यमंत्री अखिलेश यादव को संबोधित एक ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा। अधिवक्ताओं ने मांग की कि पुलिस द्वारा किये गये बर्बर हमले की उच्च स्तरीय जांच कराये जाने की मांग की साथ ही मृतक के परिजनों की 50 लाख की आर्थिक सहायता दिलाये जाने की मांग की।
बताया गया कि वर्तमान परिवेश में अधिवक्ता अपने साथी अधिवक्ताओं की आये दिन हो रहीं हत्याओं व प्रदेश में बढ़ते अपराध को लेकर चिन्तित हैं। बताया कि हाल ही में राजधानी लखनऊ में अधिवक्ता श्रवण कुमार वर्मा की निर्मम हत्या कर दी गयी। बावजूद इसके हत्यारोपियों की गिरफ्तारी के लिए प्रदर्शन कर रहे लखनऊ हाईकोर्ट व सिविल कोर्ट के अधिवक्ताओं पर पुलिस व प्रशासन ने न्याय पालिका के क्षेत्र में अतिक्रमण कर बर्बारतापूर्वक हमला किया है। इसे अधिवक्ताओं ने न्याय पालिका पर हमला करार देते हुये जिला बार एसोशियेशन के जरिए कड़े शब्दों में निंदा की। अधिवक्ताओं ने अधिवक्ता हत्याकाण्ड से जुड़े सभी दोषियों के विरूद्ध उच्च स्तरीय जांच करायी जाकर दण्डित किये जाने की पुरजोर तरीके से मांग की। साथ ही मृतक अधिवक्ता के परिजनों को 50 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दिलाये जाने एवं परिवार के किसी एक सदस्य को शासकीय नौकरी दिये जाने की मांग उठाते हुये अधिवक्ताओं व उनके परिवारों को सुरक्षा प्रदान किये जाने की मांग की। अधिवक्ताओं ने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति काफी बिगड़ गयी है, जिस पर कड़ाई से पालन कराते हुये सुद्रढ़ कर अधिवक्ताओं की सुरक्षा सुनिश्चित की जाये। अधिवक्ताओं पर होने वाले हमलों के मामलों को प्राथमिकता के साथ लिया जाकर उन पर कार्यवाही की जाये। ज्ञापन देते समय जिला बार एसोशियेशन अध्यक्ष संजय चौबे, महामंत्री राजेश देवलिया, वरिष्ठ उपाध्यक्ष शम्भूदयाल शर्मा, मनोहर चतुर्वेदी, प्रदीप अगरिया, जगदीश सिंह लोधी, हरदयाल सिंह, ब्रजकिशोर सिंह, श्यामाकान्त चौबे, प्रभुदयाल सेन, राजकुमार जैन, राकेश तिवारी, अरविंद साहू, राजेन्द्र रजक, हरीराम, प्रतीश तिवारी, मुकुट बिहारी रावत, रामपाल सिंह, राजेश चतुर्वेदी, त्रिलोकीनाथ कटारे, प्रताप नारायण गोस्वामी, लालू कुशवाहा, दर्शन बड़ौनियां, शादीलाल जैन, काशीराम कुशवाहा, रतनलाल अहिरवार, नवीन पटेल, सुरेश टोंटे, मनीष पस्तोर, राज्यपाल राम, केदार पटेल, शिववर्ण सिंह, रमेशचंद्र कुशवाहा, संतोष यादव, बहादुर अहिरवार, मनोज पाठक, शंकर निरंजन आदि मौजूद रहे।